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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ इसके विकास के हर आयाम को तय कर रही है। प्रदेश को भौतिक व आर्थिक रूप से सम्पन्न व विकसित मध्यप्रदेश बनायेंगे। उन्होंने कहा कि उज्जैन में 350 करोड़ रूपये की लागत से प्रतिभा स्वराज इकाई का शुभारंभ किया गया है, जिससे 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। उज्जैन के बेहतरीन इंटरप्राइजेस और प्रतिभा की इकाइयों से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध होंगे। साथ ही अन्य औद्योगिक इकाई के माध्यम से 50 हजार बेरोजगार लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि सिंहस्थ के माध्यम से भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की सभी सरम्पराओं के वैष्णव और शैव संत 12 साल में सिंहस्थ में आते हैं और भविष्य में सनातन धर्म की दिशा, आचरण स्वरूप तय करते हैं। साथ ही यहां सिंहस्थ मेला भी आयोजित किया जायेगा। यह भी कहा कि राज्य सरकार का संकल्प है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विकास करने में मध्यप्रदेश को देश का नम्बर वन राज्य बनायेंगे।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में निवेशकों को लाने व निवेश बढ़ाने के लिये 16 अक्टूबर को हैदराबाद जाकर निवेशकों को आमंत्रित करेंगे। उज्जैन संभाग से प्रारम्भ हुई रीजनल इण्डस्ट्री कान्क्लेव की श्रंखला में अब 23 अक्टूबर को रीवा में कान्क्लेव होने वाली है, और सिंहस्थ 2028 के माध्यम से उज्जैन विश्व में धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केन्द्र के रूप में पहचाना जायेगा। मुख्यमंत्री यादव द्वारा उज्जैन को 658 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है, जो उज्जैन के विकास में मीलों का पत्थर साबित होगी।
लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डा. यादव के मार्गदर्शन में लोक निर्माण विभाग के ध्येय के साथ मध्यप्रदेश विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में विकास और जन-कल्याण के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उज्जैन धार्मिक नगरी के साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित होगा।
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