विज्ञापन
गर्मियों में मूंग और उड़द की खेती करने वाले किसानों के लिये अच्छी खबर है। जायद के सीजन में लगाई गई मूंग और उड़द की उपज से किसानों को सही दाम दिलाने के लिये मध्यप्रदेश सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज खरीदी व्यवस्था योजना लागू की है। इसके अंतर्गत सरकार किसानों से एमएसपी मूलय पर मूंग और उड़द की खरीदी करेगी। एमएसपी मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की खरीदी के लिये किसानों को आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा रही है। किसान मूंग और उड़द बेचने के लिये एम.आनलाइन लोक सेवा केन्द्र या साइबर कैफे के माध्यम से 5 जून तक आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
केन्द्र सरकार द्वारा हर साल रबी एवं खरीफ सीजन में फसलों के लिये एमएसपी पहले ही घोषित कर देती है। केन्द्र सरकार ने पिछले वर्ष खरीफ के लिये मूंग का एमएसपी मूल्य 8558 रूपये प्रति क्विंटल और उड़द का एमएसपी मूल्य 6950 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया था। जायद मौसम या विपणन वर्ष 2024-25 के लिए मूंग एवं उड़द की खरीदी सरकारी एजेसिंयों के द्वारा की जायेगी। बटाईदार एवं सिकमी वर्ग के किसानों का रजिस्ट्रेशन सहकारी समिति और सहकारी विपणन संस्था द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र पर किया जायेगा। पंजीयन के लिये किसानों को आधार से लिंक मोबाइल नंबर तथा आधार संबंधी दस्तावेज और सिकमी नामे की प्रति साथ में लेकर जाना अनिवार्य है।
केन्द्र सरकार ने बाजार का आकलन करने के बाद अगले माह में फिर से ओपन मार्केट में फिर से गेहूं की बिक्री शुरू कर सकती है। खाद्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि सरकार गेहूं की सरकार गेहूं की बाजार कीमतों पर कड़ी नजर रख रही है, लेकिन 2024-25 विपणन वर्ष में लगभग 24 मिलियन टन की अनुमानित खरीद गेहूं की थोक बिक्री के लिये पर्याप्त है। यदि आने वाले माह में गेहूं की कीमतें बढ़ने लगी तो सरकार खुले बाजार में गेहूं बेच सकती है। सीजन के शुरूआत में खाद्य मंत्रालय ने चालू सीजन के दौरान करीब 30-31 मिलियन टन गेहूं खरीद का अनुमान लगाया था।
मध्य प्रदेश में एमएसपी मूल्य योजना के अंतर्गत विपणन वर्ष 2024-25 में ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर आनलाइन पंजीयन प्रक्रिया 20 मई से प्रारंभ हो चुकी है। एम.पी. आनलाइन पर जाकर किसान अपना रजिस्ट्रेशन 20 मई से लेकर 05 जून 2024 तक करवा सकते हैं। इसके लिये खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मध्यप्रदेश द्वारा गेहूं के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन से संबंधित विस्तृत परिपत्र जारी कर दिया गया है। किसानों को एमएसपी पर ग्रीष्मकालीन मूंग व उड़द बेचने के लिये रजिस्ट्रेशन करने से पहले आधार नंबर का वेरीफिकेशन लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी अथवा बायोमेट्रिक डिवाइस से कराना होगा। रजिस्ट्रेशन करते समय किसानों को बैंक खाता नंबर और आईएफएससी कोड की जानकारी देनी होगी। भू-अभिलेख में दर्ज खाता और खसरे में दर्ज नाम को आधार कार्ड में दर्ज नाम से मैच होने पर ही पंजीयन होगा।
कृषि विभाग द्वारा पंजीयन हेतु किसानों से आधार कार्ड नंबर से बैंक खाता और मोबाइल नंबर लिंक होना जरूरी है। किसानों को उपार्जन मूल्य पर फसल बेचने के लिये स्लाट चयन की प्रक्रिया रहेगी। प्रदेश के किसान ग्राम पंचायत कार्यालय में स्थापित सुविधा केंद्र, जनपद पंचायत कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र, तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र, सहकारी समितियों और सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र पर एम.पी. किसान एप पर मुफ्त निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। वहीं, एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर कियोस्क, लोक सेवा केन्द्र, निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे, कॉमन सर्विस सेन्टर पर प्रति पंजीयन 50 रुपए का शुल्क भरकर अपना पंजीयन करा सकते हैं।