मूंग की फसल में कीट नियंत्रण और खरपतवार नष्ट करने के सरल उपाय
By khetivyapar
पोस्टेड: 15 Apr, 2025 12:00 AM IST Updated Wed, 16 Apr 2025 05:46 AM IST
वर्तमान में मूंग की फसल में रस चूसने वाले कीटों जैसे माहू, जैसिड, थ्रिप्स, सफेद मक्खी और फल मक्खी का प्रकोप देखा जा रहा है, जिससे फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। कृषि विशेषज्ञों ने कीट एवं खरपतवार नियंत्रण के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, जिनका पालन कर आप अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं।
रस चूसक कीटों का प्रकोप एवं नियंत्रण Infestation and Control of Sap-Sucking Pests:
- माहू (Aphids): यह कीट पत्तियों, तनों और फलियों से रस चूसते हैं, जिससे नई पत्तियां सिकुड़ जाती हैं और मधुरस के कारण पत्तियों पर काली फफूंद लग जाती है।
- जैसिड (Jassids): ये पत्तियों की निचली सतह से रस चूसते हैं, जिससे पत्तियों के किनारे पीले पड़ जाते हैं।
- थ्रिप्स (Thrips): यह कीट ऊपर की पत्तियों, फूलों और फलियों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे पौधों की वृद्धि रुक जाती है।
- सफेद मक्खी (Whitefly): यह पीला मोजेक वायरस की वाहक है और फसल की प्रारंभिक अवस्था में पत्तियों से रस चूसती है, जिससे फसल कमजोर हो जाती है।
- फल मक्खी: यह कीट फली बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करती है और उत्पादन घटाती है।
नियंत्रण हेतु अनुशंसित कीटनाशक:
- थायोमिथाक्जाम 25 WG
- एसिटामिप्रिड 20 SP
- थायोमिथाक्जाम + लेम्डासाइलोथ्रिन (125 ग्राम/हेक्टेयर)
- फिप्रोनिल + इमिडाक्लोप्रिड (150 ग्राम/हेक्टेयर)
- इल्ली (सूंडी) नियंत्रण:
- चने की इल्ली: यह कीट फलियों में गोल छेद कर अंदर घुसकर नुकसान करता है।
- मारूका इल्ली: यह कलियों, फूलों और फलियों को खाकर नुकसान पहुंचाता है।
प्रारंभिक अवस्था में नियंत्रण हेतु:
- इण्डोक्साकार्ब (350 मि.ली./हेक्टेयर)
- क्लोरेंट्रानिलीप्रोल (150 मि.ली./हेक्टेयर)
- बाद की अवस्था में नियंत्रण हेतु:
- नोवाल्यूरॉन + इण्डोक्साकार्ब (850 मि.ली./हेक्टेयर)
- क्लोरेंट्रानिलीप्रोल + लेम्डासाइलोथ्रिन (200 मि.ली./हेक्टेयर)
- इमामेक्टिन + लूफीन्यूरॉन (75 ग्राम/हेक्टेयर)
- छिड़काव का उपयुक्त समय:
- सुबह 10 बजे से पहले या शाम 4 बजे के बाद करें।
मूंग में खरपतवार नियंत्रण:
- बुवाई के 15 से 20 दिन बाद खरपतवार नियंत्रण जरूरी है। इसके लिए शाकनाशकों में से किसी एक का चयन कर 500–600 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें:
- इमेजेथपायर (1 लीटर/हेक्टेयर)
- प्रोपाक्विजाफॉप + इमेजेथपायर (2 लीटर/हेक्टेयर)
- इमेजेथपायर + इमिजामोक्स (100 मि.ली./हेक्टेयर)
- सोडियम एसिफ्लोरफेन + क्लोडिनोफॉप (1 लीटर/हेक्टेयर)
- छिड़काव का समय:
- सुबह शाम 4 बजे के बाद छिडकाव करें।