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सरसों भारत की एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल है, जो देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देती है। इसकी खेती कम सिंचाई और कम लागत में आसानी से की जा सकती है, इसलिए यह किसानों के बीच बेहद लोकप्रिय है। सरसों की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त समय सितंबर के आखिरी सप्ताह से अक्टूबर के पहले सप्ताह तक का होता है। अगर आप भी सरसों की खेती करना चाहते हैं और उत्तम किस्म का बीज चाहते हैं, तो अब आप "गिरिराज" किस्म का बेहतरीन बीज ऑनलाइन मंगवा सकते हैं।
राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन "गिरिराज" किस्म के सरसों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध करा रहा है। इन बीजों को आप ONDC (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं। इसके साथ ही, किसानों को विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियों के बीज भी यहां से आसानी से मिल जाएंगे, जिन्हें आप ऑनलाइन ऑर्डर कर सीधे अपने घर मंगवा सकते हैं।
गिरिराज किस्म की सरसों 130 से 140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। यह किस्म प्रोटीन, फाइबर और खनिजों का समृद्ध स्रोत है। इस बीज का इस्तेमाल सलाद, सूप, स्टू के साथ-साथ सॉस और ड्रेसिंग बनाने में किया जा सकता है। इस किस्म की फलियां लंबी होती हैं, जिनमें 17 से 18 दाने होते हैं, और इनके दाने आकार में मोटे होते हैं। साथ ही, इसकी शाखाएं भी लंबी होती हैं और उनमें फुटाव की संख्या ज्यादा होती है।
यदि आप गिरिराज किस्म की सरसों की खेती करना चाहते हैं, तो एक किलो के पैकेट की कीमत फिलहाल राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर 25% छूट के साथ 150 रुपये है। इसे खरीदकर आप सरसों की उन्नत किस्म की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
खेत की तैयारी कैसे करें: सरसों की खेती के लिए सबसे पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करें। इसके बाद खेत को ट्रैक्टर से दो या तीन बार अच्छी तरह से जोतें और कल्टीवेटर का इस्तेमाल कर मिट्टी को तैयार करें। इसके बाद खेत में गोबर को अच्छी तरह मिलाकर फसल की बुवाई कर सकते हैं। यह तैयारी सरसों की बेहतर फसल के लिए महत्वपूर्ण है।