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भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ अधिकांश आबादी की आजीविका कृषि पर निर्भर है। भारतीय कृषि के विकास के लिए अनेक योजनाएँ शुरू की गई हैं, जिनमें से एक प्रमुख योजना है "राष्ट्रीय कृषि विकास योजना" (RKVY)। यह योजना वर्ष 2007 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य कृषि एवं संबंद्ध क्षेत्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है। इस लेख में हम आरकेवीवाई योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
केंद्र सरकार ने 2007 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के माध्यम से कृषि और संबंधित क्षेत्रों में समग्र विकास सुनिश्चित किया किया जाएगा। इसके लिए राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश अपनी कृषि और संबंधित क्षेत्र की विकास गतिविधियों को चुन सकते हैं। इस योजना को 11वीं पंचवर्षीय योजना एवं 12वीं पंचवर्षीय योजना में लागू किया गया था। वर्ष 2015-16 से योजना की वित्तपोषण प्रणाली को केंद्र और राज्यों के बीच 60:40 (पूर्वोत्तर राज्यों और हिमालयी राज्यों के लिए 90:10) के अनुपात में संशोधित किया गया है। केंद्र शासित क्षेत्रों के लिए वित्तपोषण पद्धति 100 प्रतिशत केंद्रीय अनुदान है।
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राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का उद्देश्य कृषि और संबंधित क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना है। इस योजना का लक्ष्य कृषि उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इस योजना के माध्यम से कृषि के मौलिक संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा, जिससे गुणवत्तापूर्ण इनपुट, भंडारण, बाजार और सुविधाओं तक पहुँच सुनिश्चित की जा सकेगी। इस योजना को किसानों की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जाएगा और उनकी आय को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह योजना कृषि क्षेत्र के विकास में प्रभावी साबित होने की उम्मीद है और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की दिशा में योगदान करेगी।
भारत सरकार ने 15,722 करोड़ रुपए के वित्तीय आवंटन से 3 वर्ष अर्थात् 2017-18 से 2019-20 की अवधि के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना- कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र पुनरुद्धार हेतु लाभकारी दृष्टिकोण (आरकेवीवाई-रफ्तार) के रूप में जारी रखने के लिए मंजूरी दी है। इसका लक्ष्य किसानों के प्रयासों को सुदृढ़ कर कृषि को लाभकारी गतिविधि बनाना, जोखिम को कम करना और कृषि व्यवसाय उद्यमिता को बढ़ावा देना है। आरकेवीवाई-रफ्तार के तहत, कृषि उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के अलावा कटाई के पहले और कटाई के बाद अवसंरचना पर महत्वपूर्ण ध्यान दिया जाता है।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के घटक:
राज्य कृषि विकास योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज:
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना आवेदन करने की प्रक्रिया:
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से किसानों को मिलने वाले लाभ: राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से किसानों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। इस योजना के माध्यम से कृषि बुनियादी ढांचे का निर्माण होता है जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता के इनपुट, भंडारण और बाजार सुविधाएं प्राप्त होती हैं। किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है और इस योजना के माध्यम से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
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