प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि बीज संस्थाओं द्वारा उत्पादित प्रमाणित बीजों का विपणन अब नए ब्रांड नेम और आकर्षक लोगो के साथ किया जाएगा। इससे किसानों तक उच्च गुणवत्ता के प्रमाणित बीज पहुंचाने में मदद मिलेगी। मंगलवार को मंत्रालय में राज्य सहकारी बीज उत्पादक एवं विपणन संघ के संचालक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने यह निर्देश दिए।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि पैक्स, सहकारी संस्थाओं और निजी व्यापारियों के माध्यम से स्थानीय किसानों को प्रमाणित बीज उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने विपणन एवं तकनीकी विशेषज्ञों की सेवाएं लेने, क्वालिटी कंट्रोल, मार्केटिंग और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इस पहल से 32 लाख से अधिक किसान सदस्यों को प्रमाणित बीज मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि बीज सोसायटियों को नवाचार विंग से जोड़ा जाए और उन्हें विकसित करने के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाए। बीज सोसायटियों की रेटिंग प्रणाली लागू करने और एक बिजनेस मॉडल एवं बिजनेस डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा गया।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण और जलवायु-अनुकूल बीज उपलब्ध कराने के लिए बीज संघ द्वारा एक विस्तृत रणनीति बनाई जाएगी। उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के उपयोग से फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि बीज संघ प्रदेशभर में व्यावसायिक विकास केंद्र स्थापित करेगा। इसके माध्यम से किसानों को बीज उत्पादन प्रशिक्षण और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, बीज उत्पादक सहकारी समितियों को गोदाम एवं ग्रेडिंग संयंत्रों के समुचित उपयोग हेतु लीज पर देने का भी निर्णय लिया गया। इससे सहकारी क्षेत्र से जुड़े किसान बेहतर गुणवत्ता वाली फसल का उत्पादन कर सकेंगे और उन्हें बेहतर मूल्य प्राप्त होगा।
बीज संघ के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार होगी: बीज संघ को सक्षम और किसानों के हित में कार्य करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसके तहत बीज उत्पादन में सुधार, किसानों को उच्च गुणवत्ता के प्रमाणित बीज की उपलब्धता और विपणन रणनीति को प्रभावी बनाया जाएगा।