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आज कपड़ा मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने 'विश्व कपास दिवस' 2024 के मौके पर एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन कपड़ा मंत्रालय ने भारतीय वस्त्र उद्योग परिसंघ (CITI) और भारतीय कपास निगम (CCI) के सहयोग से किया। इस वर्ष का विषय "कपास वस्त्र मूल्य श्रृंखला को आकार देने वाले मेगाट्रेंड्स"।
कपड़ा मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सरकार की 2030 तक 350 अरब अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता को दोहराया, जिसमें 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात का लक्ष्य भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य तभी प्राप्त किया जा सकता है जब कपास मूल्य श्रृंखला के सभी हितधारक एक साथ मिलकर काम करें। उन्होंने यह भी साझा किया कि उच्च घनत्व रोपण, नजदीकी दूरी और ड्रिप फर्टिगेशन जैसी उन्नत कृषि तकनीकों को अपनाने से पैदावार 450 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 1500 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तक की जा सकती है। इसके लिए सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों को व्यापक स्तर पर अपनाने की आवश्यकता है। इस परियोजना के परिणाम अन्य क्षेत्रों के किसानों को भी प्रेरित करेंगे।
कपास की खेती में खरपतवार प्रबंधन की समस्या पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की, जिससे किसानों का श्रम लागत बढ़ता है। उन्होंने कहा कि नई बीज तकनीकों जैसे HT BT को अपनाकर इस समस्या को हल किया जा सकता है, और उन्होंने इस दिशा में गंभीरता से कदम उठाने की अपील की।
कपड़ा सचिव, श्रीमती रचना शाह ने अपने संबोधन में कहा कि कपास की अर्थव्यवस्था 6 मिलियन किसानों को सीधा रोजगार देती है और 45 मिलियन लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि देश में कुल रेशों का 60% हिस्सा कपास का है, जबकि विश्व स्तर पर यह केवल 23% है। उन्होंने कपास की उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर देते हुए सभी हितधारकों से एक समन्वित प्रयास की अपील की। कपड़ा मंत्रालय की संयुक्त सचिव, श्रीमती प्राजक्ता वर्मा ने अपने संबोधन में बताया कि टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने टेक्सटाइल एडवाइजरी ग्रुप (TAG) का गठन किया है। इस समूह के माध्यम से कपड़ा उद्योग की चुनौतियों का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कपास उत्पादन और पैदावार बढ़ाने के लिए एक समग्र योजना शुरू करने के बारे में भी जानकारी दी।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने कस्तूरी कपास उत्पादों, रिसाइकल टेक्सटाइल्स, हाथ से बने कपड़े और अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी का भी दौरा किया। विश्व कपास दिवस' 2024 के इस एक दिवसीय सम्मेलन में टिकाऊ खेती, उत्पादन में वृद्धि और नई तकनीकों के उपयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। कपड़ा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री रोहित कंसल ने इस मौके पर कहा कि भारत ने 2030 तक कपड़ा उद्योग को 350 अरब अमेरिकी डॉलर का बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कपास वस्त्र मूल्य श्रृंखला के हितधारकों से कपास उद्योग की स्थिरता और प्रतिस्पर्धा बनाए रखने की अपील की।