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Drone technology: ड्रोन टेक्नोलॉजी में मध्यप्रदेश की नई उड़ान, विकास और नवाचार का नया युग, जानें सबकुछ

ड्रोन टेक्नोलॉजी
ड्रोन टेक्नोलॉजी

मध्यप्रदेश ने ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग और विकास में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए इसे एक गेम चेंजिंग तकनीक के रूप में स्थापित किया है। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा बेहतर ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में ड्रोन टेक्नोलॉजी के व्यापक अनुप्रयोगों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर ड्रोन सूचना पोर्टल (https://drone.mp.gov.in) का शुभारंभ किया गया, जो ड्रोन टेक्नोलॉजी, नीति और प्रशिक्षण से संबंधित समग्र जानकारी प्रदान करेगा।

ड्रोन टेक्नोलॉजी: कुशल, सुलभ और कम लागत वाली तकनीक:

ड्रोन टेक्नोलॉजी ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने उपयोग को लेकर विशेष पहचान बनाई है। खासतौर पर स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश ने ड्रोन टेक्नोलॉजी का सफलतापूर्वक उपयोग कर अपनी क्षमताओं को साबित किया है।
प्रदेश के एसीएस श्री संजय दुबे ने कहा कि केंद्र सरकार की ड्रोन नीति के तहत ड्रोन आधारित इको-सिस्टम विकसित करने का लक्ष्य है। उन्होंने इसे केवल एक उड़ने वाला कैमरा न मानते हुए "गेम चेंजिंग टेक्नोलॉजी" कहा, जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में व्यापक बदलाव ला सकती है।

व्यापार और कृषि में ड्रोन की भूमिका:

ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री स्मित शाह ने कहा कि व्यापार और कृषि क्षेत्रों में ड्रोन की भूमिका अत्यंत परिवर्तनकारी हो सकती है। उन्होंने "नमो ड्रोन दीदी" जैसे प्रयासों का उदाहरण देते हुए बताया कि ड्रोन तकनीक को बड़े स्तर पर अपनाने से ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिलेगा।

नाबार्ड के जीएम श्री कमर जावेद ने भी ड्रोन के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए सुझाव दिया कि सहकारी संस्थाओं और पैक्स सोसायटी में ड्रोन का उपयोग बढ़ाया जा सकता है।

कार्यशाला में ड्रोन टेक्नोलॉजी के विविध पहलुओं पर चर्चा: 

कार्यशाला के दौरान ड्रोन टेक्नोलॉजी पर विभिन्न विषयों में सत्र आयोजित किए गए, जिनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदु शामिल थे:

  • ड्रोन नीति और औद्योगिक पहल: वर्तमान और भविष्य में ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग पर चर्चा।
  • ड्रोन केस स्टडीज: व्यावसायिक क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग के व्यावहारिक उदाहरण।
  • ड्रोन स्टार्टअप और कौशल विकास: ड्रोन आधारित उद्यमिता और कौशल उन्नयन के उपाय।

ड्रोन प्रदर्शनी और नवीनतम उपयोग: इस कार्यक्रम में ड्रोन पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें ड्रोन के नवीनतम उपयोग और उनकी क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया।

मध्यप्रदेश का लक्ष्य: मजबूत इको-सिस्टम का विकास: कार्यशाला में स्पष्ट किया गया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य एक समग्र और मजबूत ड्रोन इको-सिस्टम का विकास करना है, जिससे ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग कृषि, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, सर्वेक्षण और व्यापार सहित अन्य क्षेत्रों में बढ़ सके। मध्यप्रदेश ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग में न केवल अग्रणी बन रहा है, बल्कि इसके माध्यम से कुशल, सुलभ और किफायती समाधान भी प्रस्तुत कर रहा है। ड्रोन टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग से प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयां मिलने की संभावना है।

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