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एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी, लासलगांव (नासिक) में गुरुवार को प्याज की नीलामी नहीं हुई। प्याज व्यापारियों और मजदूरों के बीच मजदूरी को लेकर विवाद के कारण यह स्थिति बनी है। शासन के हस्तक्षेप के बाद 24 अप्रैल को 23 दिन बाद मंडी खुली थी, लेकिन एक दिन बाद ही व्यापारियों ने इसे फिर से बंद कर दिया।
अगर जल्दी इस गतिरोध का समाधान नहीं होता है, तो इसका सीधा असर किसानों और आम जनता पर पड़ेगा। आने वाले समय में प्याज की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
व्यापारियों को 700 करोड़ का घाटा: प्याज मंडी बंद होने से अब तक व्यापारियों को 700 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। वहीं, 1,500 रुपये प्रति क्विंटल कीमत मिलने से किसान भी मायूस हैं।
क्या कहते हैं व्यापारी: प्याज व्यापारी का कहना है कि पिछले 20 दिनों से बाजार बंद था। दो-तीन दिन पहले बाजार फिर से खुला था, लेकिन जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद भी कोई हल नहीं निकला। इसलिए मंडी फिलहाल बंद है। जब इस विवाद का समाधान हो जाएगा, तभी मंडी खुलने की उम्मीद है।
मंडी बंद होने के कारण:
आगे क्या होगा: