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सर्दियों के इस मौसम में ताजी हरी मटर काफी पसंद की जाती है। इन दिनों इसकी पैदावार भी काफी होती है। किसान मटर की खेती करके बड़ा मुनाफा भी कमा सकते हैं क्योंकि मटर की मांग पूरे साल रहती है। ऐसे में किसानों का मुनाफा भी बढ़ जाता है। हम आज इस लेख में हरी मटर की किस्मों के बारे में जानेंगे। इनके बारे में जानकारी रखकर किसान अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
पीबी-89 पंजाब में उगने वाली मटर की अच्छी किस्म है। पीबी-89 की फलियां जोड़े में लगती हैं। खास बात यह भी है कि ये बिजाई के 90 दिनों बाद तैयार हो जाती हैं। यह खाने में भा काफी स्वादिष्ट और मीठी होती है। यह औसत रूप से एक एकड़ में 60 क्विंटल तक हो सकती है। वहीं अगर आर्केल की बात करें तो ये यूरोपियन किस्म की मटर है। यह भी कम समय में तैयार हो जाती है। बुआई के करीब 60 दिनों बाद यह तोड़ने के लिए तैयार हो जाती है।
राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध हरी मटर के बीज की बात करें तो ये दो प्रकार के होते हैं। पहला है पीबी-89 और दूसरा है आर्केल। इन दोनों में ही पीबी-89 को सबसे अच्छी किस्म माना जाता है। केंद्र सरकार भी चाहती है कि किसान इस किस्म की खेती करके मोटा मुनाफा कमाएं। इसके लिए सरकार पीबी-89 को घरों तक पहुंचा रही है। जो भी किसान इसे खरीदना चाहते हैं वे राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर जाकर इसे खरीद सकते हैं। वहां इसके बीज के एक किलो के पैकेट 175 रुपये में उपलब्ध हैं। इसमें 32 फीसदी की छूट दी जा रही है। वहीं आर्केल के बीज का एक किलो का पैकेट 42 फीसदी छूट के साथ 127 रुपये में उपलब्ध है। कम समय में अधिक पैदावार मटर की खेती करके किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। आमतौर पर इसकी बुआई सितंबर के आखिर समय से अक्टूबर तक होती है। किसानों में भी इसे लेकर काफी उत्सुकता रहती है। यह कम समय में ज्यादा पैदावार देती है। इसके साथ ही यह खेत की उर्वरा शक्ति भी बढ़ाने में मददगार होती है।