प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 फरवरी 2024 को लॉन्च की गई पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना, भारत का सबसे बड़ा घरेलू रूफटॉप सोलर कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य मार्च 2027 तक एक करोड़ घरों को सोलर पावर से जोड़ना है। योजना के तहत, मार्च 2025 तक 10 लाख इंस्टॉलेशन और अक्टूबर 2025 तक 20 लाख इंस्टॉलेशन की उम्मीद है। मार्च 2026 तक यह संख्या 40 लाख तक पहुंचने का लक्ष्य है, और मार्च 2027 तक यह लक्ष्य एक करोड़ घरों तक पहुंचने की उम्मीद है। इस योजना का उद्देश्य रूफटॉप सोलर पैनल्स की स्थापना के जरिए घरों को मुफ्त बिजली प्रदान करना है।
सब्सिडी विवरण: यह सब्सिडी घरों की मासिक औसत बिजली खपत और उसकी उपयुक्त रूफटॉप सोलर क्षमता के आधार पर दी जाती है:
औसत मासिक बिजली खपत (यूनिट) | उपयुक्त रूफटॉप सोलर प्लांट क्षमता | सब्सिडी |
0-150 | 1-2 kW | ₹ 30,000/- से ₹ 60,000/- |
150-300 | 2-3 kW | ₹ 60,000/- से ₹ 78,000/- |
300 | 3 kW से अधिक | ₹ 78,000/- तक |
सब्सिडी आवेदन और विक्रेता चयन: घरवाले राष्ट्रीय पोर्टल के माध्यम से सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं, जहां वे रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन के लिए उपयुक्त विक्रेता का चयन कर सकते हैं। पोर्टल पर प्रणाली के आकार, लाभ कैलकुलेटर, विक्रेता रेटिंग्स और अन्य संबंधित जानकारी उपलब्ध होगी। घरवाले 3 kW तक के सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए 7% ब्याज दर पर बिना संपत्ति के ऋण का लाभ उठा सकते हैं।
मॉडल सोलर विलेज: योजना के तहत "मॉडल सोलर विलेज" के तहत प्रत्येक जिले में एक मॉडल सोलर गांव स्थापित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देना और गांवों को ऊर्जा स्वावलंबन की ओर प्रेरित करना है। इसके लिए ₹800 करोड़ की राशि आवंटित की गई है, जिसमें से ₹1 करोड़ प्रत्येक चयनित मॉडल सोलर गांव को प्रदान किया जाएगा।
पीएम सूर्य घर योजना के लिये योग्यता: चयनित गांवों को जिले स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक प्रक्रिया द्वारा चुना जाएगा, जिनकी जनसंख्या 5,000 से अधिक हो (विशेष श्रेणी राज्यों में 2,000 से अधिक)। इस गांव को छह महीने के भीतर कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के आधार पर चुना जाएगा।