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PMFBY: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों को मिली वित्तीय सुरक्षा और समृद्धि, जाने पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

फसल बीमा योजना
फसल बीमा योजना

18 फरवरी 2025 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) अपनी नौवीं वर्षगांठ मना रही है, जो लगभग एक दशक से भारत के किसानों को सशक्त बना रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2016 में शुरू की गई इस योजना ने प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान के खिलाफ किसानों को एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। यह योजना न केवल किसानों की आय को स्थिर करती है, बल्कि उन्हें नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित भी करती है।

फसल बीमा योजना को 2025-26 तक मिली मंजूरी:

फसल बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले फसल नुकसान से किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करना है। इस योजना के तहत ओलावृष्टि, सूखा, बाढ़, चक्रवात, अत्यधिक और अनियमित वर्षा, कीट और रोगों के हमले जैसी आपदाओं से प्रभावित किसानों को मुआवजा प्रदान किया जाता है। योजना की सफलता और प्रभावशीलता को देखते हुए जनवरी 2025 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS) को वित्त वर्ष 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दी। इस विस्तार के लिए सरकार ने ₹69,515.71 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है।

पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS):

RWBCIS एक मौसम सूचकांक आधारित बीमा योजना है, जिसे PMFBY के साथ पेश किया गया था। PMFBY और RWBCIS में मुख्य अंतर यह है कि PMFBY में फसल नुकसान का आकलन प्रत्यक्ष रूप से किया जाता है, जबकि RWBCIS में मौसम आधारित डेटा के आधार पर दावों की गणना की जाती है।

तकनीकी नवाचारों से और अधिक पारदर्शिता:

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके किसानों के लिए दावा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और तेज बना रही है। उपग्रह चित्रों, ड्रोन, मानवरहित हवाई वाहन (UAV) और रिमोट सेंसिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इन तकनीकों से फसल क्षेत्र का अनुमान, उपज विवादों का समाधान, हानि मूल्यांकन, बीमा दावों की सटीकता बढ़ाने और समय पर भुगतान सुनिश्चित करने में मदद मिल रही है। CCE-Agri ऐप के माध्यम से फसल कटाई प्रयोगों (CCE) का डेटा सीधे राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (NCIP) पर अपलोड किया जाता है। राज्यों के भूस्वामित्व रिकॉर्ड को भी NCIP के साथ जोड़ा गया है, जिससे किसानों के लिए दावा प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है।

YES-TECH: नई तकनीक से दावों का शीघ्र भुगतान: खरीफ 2023 से YES-TECH (Yield Estimation System Based on Technology) प्रणाली लागू की गई है, जिससे प्रौद्योगिकी आधारित उपज अनुमान को अपनाने को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य मैन्युअल प्रणाली पर निर्भरता कम करना और तकनीक आधारित उपज मूल्यांकन को बढ़ाना है।

PMFBY के प्रमुख लाभ:

  1. खरीफ खाद्यान्न और तिलहन फसलों के लिए 2%
  2. रबी खाद्यान्न और तिलहन फसलों के लिए 1.5%
  3. वार्षिक वाणिज्यिक या बागवानी फसलों के लिए 5% (बाकी प्रीमियम सरकार द्वारा वहन किया जाता है)
  4. फसल क्षति का अधिक सटीक और पारदर्शी मूल्यांकन।
  5. किसानों को समय पर मुआवजा भुगतान सुनिश्चित और किसानों की आर्थिक स्थिरता को बनाए रखना।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिये पात्रता:

  1. सभी किसान, जो अधिसूचित क्षेत्र में अधिसूचित फसलें उगा रहे हैं। वे किसान, जिनका बीमित फसल पर कानूनी स्वामित्व या बीमाकृत फसल पर दावा करने का वैध अधिकार है।
  2. मान्य और प्रमाणित भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र या वैध भूमि पट्टा समझौता (लीज एग्रीमेंट) होना आवश्यक।
  3. किसान, बटाईदार या हिस्सेदार किसान (Sharecropper) होना चाहिए।
  4. बीमा कवर के लिए निर्धारित समय सीमा में आवेदन करना आवश्यक है – बोआई सत्र शुरू होने के दो सप्ताह के भीतर आवेदन करें। 
  5. एक ही फसल नुकसान के लिए किसी अन्य माध्यम या स्रोत से मुआवजा प्राप्त नहीं किया होना चाहिए।
  6. यद्पि यह योजना किसानों के लिए स्वैच्छिक (Voluntary) है, लेकिन 2023-24 में गैर-ऋणी (Non-loan) किसानों का कवरेज बढ़कर कुल कवरेज का 55% हो गया, जो इस योजना की लोकप्रियता और स्वीकृति को दर्शाता है।

आवेदन प्रक्रिया (Application Process):

  1. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं (https://www.pmfby.gov.in/) "किसान कॉर्नर" पर क्लिक करें, जिसके बाद आपको ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म पर ले जाया जाएगा। 
  2. सभी अनिवार्य विवरण (Mandatory Fields) भरें।
  3. पंजीकरण के बाद फिर से "किसान कॉर्नर" पर जाएं और "फसल बीमा के लिए स्वयं आवेदन करें"
  4. विकल्प पर क्लिक करें।
  5. लॉगिन करें और आवश्यक विवरण भरकर OTP अनुरोध करें, फिर "सबमिट" पर क्लिक करें।
  6. आवेदन पत्र के सभी आवश्यक विवरण भरें और सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  7. बीमा प्रीमियम राशि का भुगतान करें।
  8. PMFBY वेबसाइट के "आवेदन स्थिति" विकल्प पर जाकर अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक करें।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाली एक प्रभावी योजना है। सही समय पर आवेदन कर किसान इस योजना का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।

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