भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार, 13 जनवरी 2025 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में डेयरी और पशुपालन क्षेत्र की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन किया। मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा संचालित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देना, पशुधन उत्पादकता में सुधार करना और क्षेत्र में पोषण संबंधी चुनौतियों को दूर करना है।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत मयूरभंज जिले में "पशु वितरण कार्यक्रम" का शुभारंभ किया। इस पहल के तहत 3,000 उच्च आनुवंशिक क्षमता वाली गायों का चयनित लाभार्थियों के बीच वितरण किया गया। DAHD द्वारा राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के सहयोग से यहां उत्पादकता वृद्धि परियोजना लागू की जा रही है, जिसमें पांच वर्षों के लिए ₹37.45 करोड़ का प्रावधान है। इस परियोजना का उद्देश्य दूध उत्पादन को बढ़ावा देना, ग्रामीण आय को सुदृढ़ करना और सतत पशुधन प्रथाओं को प्रोत्साहित करना है।
कार्यक्रम के दौरान गिफ्ट मिल्क प्रोग्राम की भी शुरुआत हुई। इस योजना का उद्देश्य कुपोषण से निपटना और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार करना है। इसके तहत मयूरभंज जिले के लगभग 1,200 स्कूली बच्चों को विटामिन ए और डी से युक्त 200 मिलीलीटर फ्लेवर्ड दूध प्रदान किया जाएगा। राष्ट्रपति ने इस पहल को शिक्षा और पोषण में सुधार के लिए एक सकारात्मक कदम बताते हुए इसे देशभर में लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
दूध संग्रहण 5 लाख लीटर से बढ़ाकर 10 लाख लीटर प्रतिदिन
राष्ट्रपति ने मार्केट सपोर्ट प्रोग्राम का भी शुभारंभ किया, जो ओडिशा में दूध संग्रहण, प्रसंस्करण और विपणन को मजबूत बनाने के लिए है। इस योजना के तहत दूध संग्रहण क्षमता को 5 लाख लीटर से बढ़ाकर 10 लाख लीटर प्रतिदिन किया जाएगा। यह कार्यक्रम ब्रांडिंग और वितरण नेटवर्क को मजबूत करके किसानों को बेहतर मूल्य प्रदान करने पर केंद्रित है।
राष्ट्रपति ने डेयरी क्षेत्र की प्रगति की सराहना की
राष्ट्रपति ने डेयरी क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और भारत की दूध उत्पादन में अग्रणी स्थिति को उजागर किया। उन्होंने बताया कि पिछले दशक में देश में दूध उत्पादन में 6% की वार्षिक वृद्धि हुई है, जो वैश्विक औसत से अधिक है। राष्ट्रपति ने पशुधन उत्पादकता बढ़ाने और डेयरी किसानों की आय में सुधार के लिए आधुनिक तकनीकों जैसे कृत्रिम गर्भाधान और सेक्स-सॉर्टेड सीमेन को अपनाने पर जोर दिया।
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