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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 61 फसलों की 109 नई एवं उन्नत किस्में जारी की हैं। इनमें चावल की नौ, गन्ना एवं तिलहन की सात व बागवानी फसलों की 40 किस्में शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि कृषि विज्ञान केंद्रों को प्रत्येक महीने विकसित की जा रही नई किस्मों के लाभ के बारे किसानों को बताया जाना चाहिए, जिससे खेती की लागत में कमी आ सके। उन्होने कहा कि इन 109 किस्मों के जरिए उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी और क्वालिटी बेहतर होने से किसानों को अच्छी कीमत मिलेगी, जो उनकी आय बढ़ाने में मदद करेगी, तथा खेती में 20 प्रतिशत तक कम पानी लगेगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में 109 उच्च उपज, जलवायु प्रतिरोधी और जैवसंवर्धित फसल किस्मों का विमोचन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने किसानों और वैज्ञानिकों से बातचीत भी की। किसानों ने बताया कि ये नई किस्में उनके खर्चे को कम करने और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने में मदद करेंगी। प्रधानमंत्री ने मिलेट्स (श्री अन्न) के महत्व को बताते हुए कहा कि लोग अब पोषणयुक्त खाद्य पदार्थों की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) किसानों को हर महीने विकसित हो रही नई किस्मों के लाभों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 61 फसलों की 109 किस्मों को जारी किया है, जिसमें 34 खेती की फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। खेती की फसलों में मोटे अनाज, मिलेट्स, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, बाजरा, चारा, रेशादार फसलों समेत विभिन्न अनाजों के उन्नत बीज भी जारी किए। बागवानी फसलों में फल, सब्जियां, कंद वाली फसलें, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की अलग-अलग किस्में लान्च की गई। प्रधानमंत्री ने भारत को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए मध्याह्न भोजन, आंगनबाड़ी आदि कई सरकारी कार्यक्रमों से जोड़कर फसलों की जैव-सशक्त किस्मों को प्रोत्साहन देने पर भी जोर दिया है।
कृषि मंत्री ने किसानों की आय बढ़ाने और लागत कम करने पर बात की: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि जारी की गई 61 फसलों की 109 किस्में उन्हें अधिक उत्पादन, अधिक आय और कम खर्च में मदद करेंगी। श्री चौहान ने कहा कि इन फसलों के बीज जलवायु के अनुकूल हैं और प्रतिकूल मौसम में भी अच्छी फसल दे सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ये किस्में पोषण से भरपूर हैं। श्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अगले तीन वर्षों के भीतर किसानों को इन सभी 109 किस्मों के बीज उपलब्ध करा दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी आम की किस्मों का आयात अब आवश्यक नहीं है क्योंकि हमारी खुद की किस्में अधिक उत्पादक, आकर्षक और बेहतर संग्रहण गुणों वाली हैं, जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होंगी। ये सभी किस्में प्राकृतिक खेती के लिए उपयुक्त हैं।