रबी मौसम की मुख्य फसलें गेहूं और चना इन दिनों मौसम में बदलाव के कारण रोग और कीट प्रकोप के खतरे से जूझ रही हैं। कृषि विकास विभाग द्वारा कृषकों को उनके खेतों में फसल संबंधी समस्याओं का निरीक्षण कर उचित समाधान बताया जा रहा है।
चना फसल में रोग और कीट प्रकोप का खतरा बढ़ता जा रहा है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण पौधों में प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया बाधित हो रही है, जिससे पौधे पीले होकर सूखने लगते हैं। इसके अतिरिक्त, चने की फसल में सुंडी इल्ली, उकटा रोग और जड़-सड़न रोग का प्रकोप भी देखा जा रहा है। इन समस्याओं के कारण फसल को गंभीर आर्थिक नुकसान हो सकता है।
गेहूं की फसल में भी जड़माहू कीट और कठुआ इल्ली का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इन कीटों के कारण फसल पीली पड़कर सूख रही है और फसल की वानस्पतिक वृद्धि और बालियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
गेहूं फसल में कीट नियंत्रण के उपाय:
कृषकों को विभाग की सलाह: कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे सतत अपने खेतों का निरीक्षण करें और समय-समय पर विभागीय अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त करें। इसके अलावा, फसलों में दवाओं का छिड़काव वैज्ञानिक पद्धति से करें, ताकि फसल को नुकसान से बचाया जा सके।
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