मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में 11 दिसंबर से जन-कल्याण अभियान और जन-कल्याण पर्व की शुरुआत होगी। इस अभियान का उद्देश्य युवा, महिला, किसान और गरीब वर्ग के कल्याण एवं विकास को बढ़ावा देना है। यह अभियान 26 जनवरी 2025 तक चलेगा। अभियान के दौरान प्रत्येक पात्र लाभार्थियों तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुँचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री जन-कल्याण अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के युवा, महिला, किसान और गरीब वर्ग के कल्याण एवं विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का क्रियान्वयन करना है। अभियान के अंतर्गत 34 लाभार्थी आधारित योजनाएं, 11 लक्ष्य आधारित योजनाएं और 63 अन्य सेवाएं नागरिकों तक पहुँचाई जाएंगी। अभियान की गतिविधियों की सीएम हेल्पलाइन डैशबोर्ड पर निगरानी की जाएगी, जिसे मुख्यमंत्री कलेक्टर और विभागीय अधिकारी देख सकेंगे।
बैठक में यह भी बताया गया कि राजस्व संबंधित मामलों के निवारण के लिए चलाए जा रहे राजस्व महाअभियान-3 की अवधि को 26 जनवरी 2025 तक बढ़ा दिया गया है।
इस अभियान के दौरान शहरी और ग्रामीण इलाकों में शिविर लगाए जाएंगे, जहां आम लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा और पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। आयुष्मान योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के नागरिकों के कार्ड बनाए जाएंगे। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिए हैं कि शिविरों और उनमें उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक नागरिक शिविरों का लाभ उठा सकें।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने यह भी बताया कि जिले में नोडल अधिकारी और सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है, साथ ही संपर्क दलों का गठन भी किया गया है। उन्होंने जन-कल्याण अभियान के तहत योजनाओं के लाभ से वंचित नागरिकों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं।
विकास कार्यों और जनहित योजनाओं का उत्सव: 11 से 26 दिसंबर 2024 तक जन-कल्याण पर्व के तहत विभिन्न विकासात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इस पर्व का शुभारंभ 11 दिसंबर को भोपाल में लाड़ली बहना योजना के तहत राशि वितरण से होगा।
इंदौर जिले में 20 जनवरी को इस पर्व के अंतर्गत एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें 10,474 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जाएगा। यह पर्व प्रदेश में विकास और जनहित योजनाओं को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रतीक होगा।