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भारतीय किसानों के लिए इस दिवाली एक नया बोनस लेकर आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने रबी विपणन सत्र 2025-26 के लिए सभी प्रमुख रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इस फैसले का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना है।
रबी फसल | 2023-24 | 2024-25 | 2025-26 |
गेहूं | ₹2,125 | ₹2,275 | ₹2,425 |
जौ | ₹1,735 | ₹1,850 | ₹1,980 |
चना | ₹5,335 | ₹5,440 | ₹5,650 |
रेपसीड और सरसों |
₹5,450 | ₹5,650 | ₹5,950 |
रबी फसलों में सबसे अधिक MSP वृद्धि रेपसीड और सरसों के लिए की गई है, जिनके लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की गई है। मसूर के लिए MSP में 275 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है। इसके अलावा, चना, गेहूं, कुसुम और जौ की MSP में क्रमश: 210 रुपये, 150 रुपये, 140 रुपये और प्रति क्विंटल 130 रुपये की वृद्धि की गई है।
रबी विपणन सत्र 2025-26 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की गई है, जो केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुसार, अखिल भारतीय औसत उत्पादन लागत का 1.5 गुना है। इसमें खेती से जुड़ी सभी लागतें, जैसे श्रम, बीज, उर्वरक, सिंचाई, और पारिवारिक श्रम का मूल्य शामिल है। MSP में बढ़ोतरी से गेहूं के लिए 105% लाभ, रेपसीड और सरसों के लिए 98%, मसूर के लिए 89%, चना और जौ के लिए 60%, और कुसुम के लिए 50% लाभ सुनिश्चित किया गया है। इससे किसानों को लाभकारी मूल्य मिलेगा और फसल विविधीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं का औसतन मंडी भाव 2755 रु प्रति क्विंटल है, वहीं मध्य प्रदेश में विदिशा ज़िले की गंजबासोदा मंडी 2705 रु प्रति क्विंटल और उत्तर प्रदेश की लखनऊ मंडी में 2697 रु प्रति क्विंटल देखने मिल रहा है। देखा जाये तो यह मंडियों में वर्तमान MSP के मूल्य से करीब 300 रु अधिक है। इसके अलावा अगर हम सरसों के औसतन मंडी भाव की बात करें तो दिल्ली की नरेला मंडी में 6100 रु प्रति क्विंटल चल है, जबकि मध्य प्रदेश की गंजबासोदा मंडी 5500 रु प्रति क्विंटल और उत्तर प्रदेश की लखनऊ मंडी में 5700 रु प्रति क्विंटल चल रहा है, जोकि वर्तमान MSP के लगभग ही है।
किसानों के लिए बढ़ेगी लाभकारी स्थिति : सरकार का यह फैसला किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने और कृषि क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। MSP में यह बढ़ोतरी न केवल किसानों की आय में सुधार करेगी, बल्कि उन्हें उत्पादन के लिए आवश्यक प्रोत्साहन भी प्रदान करेगी।
निष्कर्ष : सार्विक रूप से, रबी विपणन सत्र 2025-26 के लिए MSP में की गई इस वृद्धि से देशभर के किसानों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। यह फैसला किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उन्हें एक स्थिर और लाभकारी भविष्य की ओर प्रेरित किया जाएगा।