पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अगले 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान के क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके कारण उत्तरी पाकिस्तान और भारतीय हिमालयी क्षेत्र में नमी का प्रवाह बढ़ेगा। अरब सागर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 26 से 28 फरवरी के बीच नमी पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से-
उत्तर भारत के कई मैदानी इलाकों में (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुज़फ़्फ़राबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश) 26 से 28 फरवरी के दौरान हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुज़फ़्फ़राबाद और हिमाचल प्रदेश में 26 से 28 फरवरी के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश/बर्फबारी हो सकती है। उत्तराखंड में 27 और 28 फरवरी को भी ऐसी स्थिति रह सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुज़फ़्फ़राबाद में 26 और 27 फरवरी को तथा हिमाचल प्रदेश में 27 फरवरी को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश/बर्फबारी हो सकती है।
IMD के अनुसार उत्तर भारत के कई राज्यों में 26 फरवरी से 1 मार्च तक बारिश होने की संभावना है। पंजाब में आज का मौसम, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 27 और 28 फरवरी को पंजाब और हरियाणा में तेज़ हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चल सकती हैं। इस दौरान कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश होगी, जबकि 27 फरवरी को पंजाब और हरियाणा में ओलावृष्टि की भी संभावना है।
फरवरी माह के अंत तक मध्य और दक्षिणी भारत में गर्मी का माहौल बनना शुरू हो गया है। इस बीच गुजरात के कुछ इलाकों में गर्मी और उमस बढ़ने की संभावना है। वहीं, कोकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, उत्तर केरल और माहे के कुछ हिस्सों में लू चल सकती है।
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