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जिले में खाद उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। किसानों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए 23 नवंबर को निजी विक्रेताओं के पास उपलब्ध डीएपी को कृषि विभाग के अधिकारियों की निगरानी में वितरित किया गया। इसी तरह 24 नवंबर को भी निजी विक्रेताओं के पास उपलब्ध डीएपी का वितरण हुआ।
उप संचालक, किसान कल्याण और कृषि विकास डॉ. एस.के. निगम ने बताया कि शनिवार, 23 नवंबर को जिले में सहकारी संस्थाओं और निजी विक्रेताओं के पास कुल 11,661 मीट्रिक टन यूरिया, 5,080 मीट्रिक टन डीएपी और 1,809 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि शुक्रवार, 22 नवंबर को डबल लॉक केंद्रों, विपणन समितियों और एमपी एग्रो के माध्यम से 1,040 किसानों को 368 मीट्रिक टन यूरिया, 248 मीट्रिक टन डीएपी, 59 मीट्रिक टन एनपीके और 10 मीट्रिक टन अन्य उर्वरकों का वितरण किया गया।
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डॉ. निगम ने बताया कि सोमवार, 25 नवंबर को जिले के विभिन्न डबल लॉक केंद्रों पर 2,383 मीट्रिक टन यूरिया, 1,387 मीट्रिक टन डीएपी और 1,165 मीट्रिक टन एनपीके का वितरण किया।
वर्ष 2023 की तुलना में बेहतर वितरण: डॉ. निगम ने बताया कि इस वर्ष रबी सीजन (1 अक्टूबर से 22 नवंबर) के दौरान अब तक 16,647 मीट्रिक टन यूरिया, 8,101 मीट्रिक टन डीएपी और 4,985 मीट्रिक टन एनपीके का वितरण किया गया है। जबकि वर्ष 2023 में इसी अवधि में 18,799 मीट्रिक टन यूरिया, 8,899 मीट्रिक टन डीएपी और 2,014 मीट्रिक टन एनपीके का वितरण हुआ था। इस वर्ष एनपीके वितरण में 247% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
आगामी समय में बढ़ेगी उपलब्धता: उप संचालक ने बताया कि जिले में पीपीएल और हिंडालको कंपनियों की डीएपी की रैक जल्द लगने वाली है। इसके साथ ही विभिन्न कंपनियों की रैक के माध्यम से लगातार उर्वरकों की आपूर्ति भी की जा रही है।
यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिले के किसानों को समय पर पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो, जिससे उनकी खेती कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए।
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