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टमाटर की कीमतों में पिछले कुछ समय से तेजी देखी जा रही है। अक्टूबर 2024 में उत्तर प्रदेश और गुजरात की मंडियों में टमाटर के भाव आसमान छू रहे हैं। इस साल कई वजहों से टमाटर की कीमतों में भारी उछाल देखा जा रहा है, जैसे आपूर्ति में कमी, मांग में वृद्धि और बदलते मौसम की वजह से उपज में कमी। आइए जानें उत्तर प्रदेश और गुजरात में इस समय टमाटर के भाव क्या चल रहे हैं और इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं।
कोपागंज में हाइब्रिड टमाटर की कीमतों में स्थिरता: उत्तर प्रदेश के कोपागंज मंडी में हाइब्रिड टमाटर की कुल आवक 10 टन रही। न्यूनतम कीमत 2900 रुपये प्रति क्विंटल रही जबकि अधिकतम कीमत 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंची। इस मंडी का औसत (मॉडल) मूल्य 3000 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
शादाबाद मंडी में देसी टमाटर की आवक मात्र 1 टन रही, लेकिन कीमतें काफी ऊँची दर्ज की गईं। न्यूनतम कीमत 4100 रुपये और अधिकतम 4200 रुपये प्रति क्विंटल तक रही, जबकि औसत मूल्य 4150 रुपये प्रति क्विंटल था। देसी टमाटर की इस मंडी में ऊँची कीमतें दर्शाती हैं कि स्थानीय उपभोक्ताओं के बीच देसी किस्म की मांग अधिक है। हालांकि आवक कम रही, लेकिन इसकी उच्च कीमतों से किसानों को अच्छा लाभ मिला।
दमनगर मंडी में लोकल टमाटर की रिकॉर्ड-तोड़ कीमतें: गुजरात के दमनगर मंडी में लोकल टमाटर की आवक केवल 0.06 टन रही, लेकिन कीमतें आसमान छू रही थीं। न्यूनतम मूल्य 6250 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम 7050 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। औसत (मॉडल) मूल्य 6700 रुपये प्रति क्विंटल रहा। इतनी कम आवक के बावजूद कीमतों में भारी उछाल इस बात का संकेत है कि इस क्षेत्र में लोकल टमाटर की आपूर्ति बहुत सीमित है, लेकिन मांग बहुत अधिक है। इस कारण से कीमतें अधिक बनी हुई हैं, जिससे किसान इस मंडी में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
निष्कर्ष: टमाटर की कीमतों में फिलहाल गिरावट की उम्मीद कम है। जब तक आपूर्ति में सुधार नहीं होता, तब तक बाजार में उछाल बने रहने की संभावना है। हालांकि, सरकार और स्थानीय मंडियों द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं ताकि कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।
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