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पराली प्रबंधन के लिए किसान कर रहे सुपर सीडर से गेहूँ की बुवाई, सरकार दे रही 1.05 लाख रुपये का अनुदान

सुपर सीडर और 1.05 लाख का अनुदान
सुपर सीडर और 1.05 लाख का अनुदान

ग्वालियर जिले के आयुक्त श्री मनोज खत्री ने हाल ही में मिलावली गाँव में पहुंचकर किसानों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यहां के किसान सभी किसानों के लिए आदर्श बने हैं। वे किसान जो धान की पराली और अन्य अवशेष जलाकर अपने खेतों और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं, वे ग्वालियर जिले के मिलावली गाँव के किसानों से प्रेरणा लेकर अपनी और पर्यावरण की सुरक्षा कर सकते हैं। मिलावली के किसानों ने सुपर सीडर के जरिये पराली, नरवाई और अन्य प्रकार के फसल अवशेषों का प्रबंधन कर खुद को और अपने खेतों को सुरक्षित किया है।

संभाग आयुक्त ने कृषि अभियांत्रिकी और किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मैदानी कर्मचारियों के माध्यम से गाँव-गाँव में सुपर सीडर के बारे में प्रचार-प्रसार करें, ताकि पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को यह जानकारी दी जानी चाहिए कि सुपर सीडर के लिए सरकार द्वारा महत्वपूर्ण अनुदान प्रदान किया जाता है।

सुपर सीडर से गेहूँ की बुवाई में किसानों को हो रहे फायदे Farmers are getting benefits in sowing wheat with super seeder:

संभाग आयुक्त श्री खत्री ने मिलावली गाँव के एक किसान से बातचीत की। किसान ने बताया कि वह सुपर सीडर से नरवाई प्रबंधन के साथ गेहूँ की बुवाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि धान की कटाई के बाद नरवाई जलाने से गेहूँ की बुवाई समय पर नहीं हो पाती, जिसके कारण फसल पकने के दौरान अधिक तापमान के कारण गेहूँ के उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इसके अलावा, पराली जलाने से खेत की उर्वरता में कमी आती है और पर्यावरण को भी नुकसान होता है।

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मिलावली के किसानों ने पराली प्रबंधन का समाधान बताया Farmers of Milawali told the solution of stubble management:

मिलावली गाँव के अन्य किसानों ने बताया कि सुपर सीडर नरवाई को मिट्टी में मिला देता है, जिससे गेहूँ की फसल के लिए हरी खाद की पूर्ति होती है। इसके अलावा नरवाई जलाए बिना सीधे बुवाई करने से समय और लागत दोनों की बचत होती है। इन किसानों का कहना था कि हमारे गाँव में पिछले तीन सालों से धान की कटाई के बाद सुपर सीडर से बुवाई की जा रही है। 

किसानों को सुपर सीडर खरीदने पर 1.05 लाख रुपये का अनुदान: संभागीय कृषि यंत्री ने बताया कि किसानों को सुपर सीडर खरीदने पर सरकार द्वारा कृषि अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से 1.05 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता है। सुपर सीडर की कीमत करीब 2.5 से 3 लाख रुपये के बीच होती है।

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