विज्ञापन
जीतोड़ मेहनत करके फसल उगाने वाले किसानों के सामने एक बड़ी समस्या आती है कि जंगली और छुट्टा जानवरों से अपनी फसल को वे कैसे बचाएं। आमतौर पर किसानों की फसलों को जानवर ही अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिनको अपनाकर किसान अपनी फसलों को बचा सकते हैं। आइए जानते हैं इन्हीं तरीकों के बारे में...
आवारा पशुओं और नीलगाय की समस्या को हल करने के लिए बायो-लिक्विड स्प्रे बेहद मददगार साबित हो सकता है। अगर आप इस स्प्रे का छिड़काव अपनी खेतों में करेगें तो आवारा और छुट्टा पशु और जंगली जानवर आपके खेतों के आस-पास भी नहीं आएंगे। वहीं इसे फसल में छिड़कने से कोई गलत प्रभाव नहीं पड़ता है। बल्कि इसके इस्तेमाल से फसल से कीड़े- मकोड़े भी खत्म हो जाते हैं।
जानवरों की समस्या से निजात पाने के लिए किसान खेत की मेड़ों के आसपास किसान औषधीय पौधों को लगा सकते हैं क्योंकि औषधीय पौधों को जानवर खाना पसंद नहीं करते हैं। साथ ही औषधीय पौधों के सुगंध से भी जानवर खेतों में नहीं आते हैं। ऐसे में मेड़ों के किनारे औषधीय पौधों के लगाने से किसानों का मुनाफा भी होता है और फसल भी सुरक्षित रहती है।
किसान अपनी फसलों पर चार किलो मट्ठे में छिला हुआ प्याज, बालू के साथ मिलाकर अपनी फसलों पर छिड़काव कर सकते हैं। इस घोल के गंध से जानवर आपके खेतों के आसपास भी नहीं आएगी। इसके अलावा लहसुन से बने पेस्ट को भी आप खेतों में छिड़क सकते हैं। लहसुन के गंध से भी पशु खेतों में नहीं आते हैं। इन सभी उपायों से आप अपनी फसलों को पशुओं के आतंक से बचा सकते हैं।