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किसानों को सशक्त बनाने में कृषि विज्ञान केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका

कृषि विज्ञान केंद्र
कृषि विज्ञान केंद्र

सरकार देशभर में कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के बुनियादी ढांचे को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। पिछले साल सरकार ने बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए 7730.76 लाख रुपये का बजट प्रावधान किया। इस बुनियादी ढांचे में प्रशासनिक भवन, किसान छात्रावास, प्रदर्शन इकाई और कृषि विकास कार्य शामिल हैं।

कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए विशेष निगरानी Special monitoring for Krishi Vigyan Kendras:

सरकार ने कृषि विज्ञान केंद्रों को जिला स्तर पर प्रौद्योगिकी हस्तांतरण का प्रभावी और सशक्त संस्थान बनाने के लिए एक मजबूत निगरानी और समीक्षा तंत्र विकसित किया है। इसकी निगरानी और समीक्षा राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, विश्वविद्यालय और जिला स्तर पर क्रमशः भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों और प्रत्येक की वैज्ञानिक सलाहकार समिति द्वारा की जाती है।

कृषि विज्ञान केंद्रों ने किसानों को दी नई ऊंचाइयां Agricultural Science Centers gave new heights to farmers:

KVKs के प्रदर्शन और कार्यों की समीक्षा सरकार द्वारा भी समय-समय पर पंचवर्षीय समीक्षा टीमों और तृतीय पक्ष के माध्यम से की जाती है। KVKs के प्रयासों से प्रति हेक्टेयर 5752 रुपये की अतिरिक्त शुद्ध आय उत्पन्न हुई, साथ ही खर्च की लागत-लाभ अनुपात 1:11.78 रहा। एक केवीके द्वारा प्रशिक्षित किसान ने लगभग 30 अन्य किसानों तक प्रौद्योगिकी/ज्ञान का प्रसार किया। आउटरीच में वृद्धि, महिलाओं की प्रशिक्षण में भागीदारी बढ़ी और बीज उत्पादन और रोपण सामग्री में वृद्धि हुई। 

किसानों के लिए 1.32 लाख प्रौद्योगिकी परीक्षण और 8.69 लाख प्रदर्शन: राज्य सरकार  कृषि अनुसंधान परिषद, गैर-सरकारी संगठनों और कृषि विश्वविद्यालयों के अंतर्गत क्रमशः 38, 66, 101 और 509 KVKs संचालित हैं। ICAR द्वारा किए गए अनुसंधान से विकसित प्रौद्योगिकियों को KVKs द्वारा किसानों के खेतों में परीक्षण के लिए ले जाया जाता है ताकि विभिन्न कृषि प्रणालियों के तहत उनकी स्थान-विशिष्टता का आकलन किया जा सके। KVKs किसानों के खेतों में प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन भी आयोजित करते हैं। पिछले तीन वर्षों में, KVKs ने किसानों के खेतों में 1.32 लाख प्रौद्योगिकी परीक्षण और फसलों, पशुधन, मत्स्य, कृषि यंत्र और अन्य उद्यमों से संबंधित 8.69 लाख प्रौद्योगिकी प्रदर्शन आयोजित किए।

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