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Onion varieties: पुसा ऋद्धि प्याज किस्म: अधिक उत्पादन और आय में बढ़ोतरी की नई क्रांति

पुसा ऋद्धि प्याज किस्म
पुसा ऋद्धि प्याज किस्म

प्याज और लहसुन दुनियाभर में अपने स्वाद, पोषण और औषधीय गुणों के लिए महत्वपूर्ण फसलें मानी जाती हैं। भारत में प्याज तीन सीजन में उगाया जाता है खरीफ (अक्टूबर-नवंबर, 20%), लेट खरीफ (फरवरी-मार्च, 20%) और रबी (अप्रैल-मई, 60%)। खरीफ और लेट खरीफ की प्याज जल्द उपभोग के लिए बाजार में आती है, जबकि रबी सीजन में उत्पादन अधिक होने से भंडारण की आवश्यकता होती है ताकि अक्टूबर-नवंबर में बढ़ती कीमतों के समय इसकी उपलब्धता बनी रहे। हालांकि, भारत का औसत प्याज उत्पादन 18 टन प्रति हेक्टेयर है, जो अन्य देशों की तुलना में कम है। खराब बीज गुणवत्ता, कीट एवं रोग प्रकोप, और प्रतिकूल मौसम इसके प्रमुख कारण हैं। बेहतर कृषि प्रबंधन और भंडारण तकनीकों को अपनाकर न केवल उत्पादन बढ़ाया जा सकता है, बल्कि रबी प्याज की कीमतों को भी स्थिर रखा जा सकता है।

राजस्थान में पुसा ऋद्धि प्याज किस्म की सफलता:

कृषि प्रौद्योगिकी मूल्यांकन एवं स्थानांतरण केंद्र (ICAR-IARI) और ICAR-कृषि विज्ञान केंद्र, चोमू के संयुक्त प्रयासों से रबी 2023-24 में जयपुर जिले के आछोजाई गांव में पुसा ऋद्धि प्याज किस्म का प्रदर्शन किया गया। TSP लाभार्थी किसानों ने इस किस्म को अपनाया, जो गहरे लाल रंग की, कॉम्पैक्ट और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है। वर्ष 2013 में SVRC द्वारा दिल्ली और NCR के लिए जारी की गई यह किस्म राजस्थान की जलवायु में भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है।

ऋद्धि प्याज किस्म की खासियत:

इस किस्म का औसत कंद व्यास 4.8-6.3 सेमी और वजन 70-100 ग्राम होता है। इसकी तीव्र गंध, भंडारण उपयुक्तता और निर्यात क्षमता इसे विशेष बनाती हैं। इसकी औसत उत्पादन क्षमता 32 टन प्रति हेक्टेयर है, लेकिन किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 33.5 टन प्रति हेक्टेयर उत्पादन प्राप्त किया, जो पिछली किस्मों की तुलना में 25-35% अधिक रहा।

बढ़ा उत्पादन, बेहतर गुणवत्ता और अधिक मुनाफा: पुसा ऋद्धि किस्म ने स्थानीय किस्मों की तुलना में बेहतर उत्पादन और अधिक बाजार मूल्य प्रदान किया है। इसकी भंडारण क्षमता भी उत्कृष्ट है। किसानों को प्रति बीघा (1,000 वर्ग मीटर) ₹25,000 से ₹30,000 तक की आय प्राप्त हुई, और लाभ-व्यय अनुपात 2.5 से 3.5 तक दर्ज किया गया। इस सफलता को देखते हुए गांव के सभी किसानों ने इस किस्म की भारी मांग जताई है और इसे आगामी सीजन में भी अपनाने की इच्छा व्यक्त की है।

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