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भारत सरकार ने शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के साथ मिलकर ‘टमाटर ग्रैंड चैलेंज’ नामक हैकथॉन की शुरुआत की थी। इस प्रतियोगिता के तहत टमाटर मूल्य श्रृंखला के विभिन्न चरणों में नवाचारी विचार आमंत्रित किए गए। इस ग्रैंड चैलेंज को छात्रों, शोधकर्ताओं, शिक्षकों, उद्योग विशेषज्ञों, स्टार्टअप्स और पेशेवरों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। इस चैलेंज में 1,376 विचार प्राप्त हुए, जिनमें से कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद 28 विचारों को प्रोटोटाइप विकास और परामर्श के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
भारत, विश्व में टमाटर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। हर साल लगभग 2 करोड़ मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन करता है। हालांकि, प्रतिकूल मौसम जैसे अत्यधिक वर्षा या अचानक गर्म हवाएं उत्पादन और उपलब्धता को प्रभावित करती हैं, जिससे कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव होता है। इन चुनौतियों का सीधा असर किसानों की आय, आपूर्ति श्रृंखला, और बड़े पैमाने पर बर्बादी पर पड़ता है। इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए टमाटर ग्रैंड चैलेंज (TGC) की शुरुआत की गई है।
प्रमुख समस्याएं और उनके समाधान की दिशा: इस चैलेंज का उद्देश्य भारत के युवा नवाचारकर्ताओं और शोधकर्ताओं की प्रतिभा का उपयोग करके टमाटर उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का समाधान खोजना था।
टमाटर ग्रैंड चैलेंज के तहत 1,376 विचारों में से 423 विचार पहले चरण में शॉर्टलिस्ट किए गए। दूसरे चरण में 29 विचार आगे बढ़े, जिनमें से 28 परियोजनाओं को वित्तीय सहायता और परामर्श प्रदान किया गया। इन परियोजनाओं की प्रगति की नियमित निगरानी, छोटे दौरे और समीक्षा एआईसीटीई और उपभोक्ता मामलों के विभाग की टीजीसी मूल्यांकन समिति द्वारा की गई।
14 पेटेंट और 4 डिज़ाइन पंजीकरण/ट्रेडमार्क दाखिल किए गए, और 10 प्रकाशन तैयार हुए। टमाटर के लिए नवाचारी पैकेजिंग और परिवहन समाधान तैयार किए गए, जिससे फसल कटाई के बाद नुकसान कम हुआ, जिससे टमाटर की उपयोगिता बढ़ी और पूरे वर्ष इसकी उपलब्धता सुनिश्चित हुई।
किसानों और उपभोक्ताओं के लिए क्रांतिकारी पहल: टमाटर ग्रैंड चैलेंज के परिणाम टमाटर मूल्य श्रृंखला को पुनर्परिभाषित करने का वादा करते हैं। यह आपूर्ति श्रृंखला में स्थायित्व, बर्बादी में कमी, और सभी हितधारकों के लिए मुनाफे में वृद्धि करेगा। यह पहल सहयोग और नवाचार की शक्ति को प्रदर्शित करती है। अकादमिक क्षेत्र, उद्योग, और सरकार को एक साथ लाकर, यह भारत की कृषि चुनौतियों के समाधान का मार्ग प्रशस्त करता है। टमाटर ग्रैंड चैलेंज के परिणामों का लाभ किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को मिलेगा।