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देश के कई राज्यों में सब्जियों की कीमतें वर्तमान में स्थिर बनी हुई हैं, जिसका सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) द्वारा बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। सीएमआईई के अनुसार, इस वर्ष के अच्छे मानसून और खरीफ सीजन में सफल बुआई ने कीमतों में संभावित गिरावट के संकेत दिए हैं, बशर्ते फसलों की कटाई सही समय पर हो। रिपोर्ट में बताया गया है कि आम सब्जियों के दाम स्थिर बने हुए हैं, खासकर पिछले कुछ दिनों से टमाटर और आलू की कीमतों में कमी देखी गई है। इसके अलावा, आलू, चावल, और तुअर जैसी कुछ दालों और अनाजों की आपूर्ति में वृद्धि के कारण इनके दामों में गिरावट का ट्रेंड बना हुआ है, जो बाजार में कीमतों में लगातार कमी को दर्शाता है।
सीएमआईई के मुताबिक, जून की शुरुआत में देशभर में टमाटर के औसत भाव ₹32 से ₹35 प्रति किलो थे। जुलाई के अंत तक यह कीमत बढ़कर ₹71 प्रति किलो तक पहुंच गई थी। हालांकि, मंडियों में टमाटर की आवक बढ़ने के कारण 24 अगस्त तक यह घटकर ₹48 प्रति किलो तक आ गई। यह कमी बाजार में बढ़ी हुई आपूर्ति के कारण कीमतों के स्थिर होने का संकेत देती है।
हालांकि प्याज की कीमतें ऊंची बनी रहीं, लेकिन आगामी हफ्तों में इनके भाव में कोई बड़ी वृद्धि की संभावना नहीं है। फरवरी से मई के बीच प्याज की कीमतें ₹31 से ₹33 प्रति किलो के बीच रहीं, जो 24 अगस्त को ₹46 प्रति किलो तक पहुंच गई। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह बढ़ोतरी व्यापारियों द्वारा जमाखोरी के कारण हो सकती है। लेकिन उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने दावा किया है कि अनुमानित 191 लाख टन रबी 2024 उत्पादन घरेलू खपत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। विभाग के सचिव ने यह भी दावा किया कि सरकार जरूरत पड़ने पर लगभग 5 लाख टन प्याज बेचने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त, मंत्रालय को इस खरीफ सीजन में प्याज के रकबे में 27% वृद्धि का अनुमान है।
पिछले एक महीने में टमाटर सबसे ज्यादा सस्ता हुआ:
समाप्त सप्ताह | टमाटर | प्याज़ | आलू | चावल | तुअर |
27 जुलाई | 1.6% | -0.7% | 1.7% | -0.7% | -0.4% |
3 अगस्त | -13.6% | -1.1% | -0.2% | -1.2% | -0.3% |
10 अगस्त | -13.3% | -1.0% | -0.8% | -0.4% | -0.6% |
17 अगस्त | -8.1% | +2.4% | -0.6% | -0.3% | -0.6% |
24 अगस्त | -2.4% | +4.4% | +0.5% | +0.6% | -0.3% |
(कीमतों में उतार चढ़ाव प्रतिशत में, स्रोत: सीएमआईई)