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केंद्रीय मंत्री श्री चौहान की समीक्षा बैठक, रबी फसल की बुवाई, मंडी कीमतों की निगरानी और कृषि योजनाओं पर जोर

कृषि समस्याओं के समाधान के लिए साप्ताहिक बैठक
कृषि समस्याओं के समाधान के लिए साप्ताहिक बैठक

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कृषि से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में रबी फसलों की बुवाई की प्रगति, मौसम की स्थिति, राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली के माध्यम से कीट निगरानी, कृषि उत्पादों की मार्केटिंग, और आयात-निर्यात जैसे विषयों पर चर्चा की गई।

कृषि समस्याओं के समाधान के लिए साप्ताहिक बैठक:

श्री चौहान ने कहा कि वह स्वयं कृषि मुद्दों पर साप्ताहिक बैठक करेंगे और समय-समय पर राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ बैठकें आयोजित करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य सरकारों के साथ निरंतर संपर्क में रहें, क्योंकि जमीनी स्तर की समस्याओं का समाधान करने के लिए राज्यों के अधिकारियों की भागीदारी आवश्यक है।

इस साल रबी फसलों की बुवाई में नया रिकॉर्ड:

17 जनवरी 2025 तक कुल 640 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के 637.49 लाख हेक्टेयर से 2.51 लाख हेक्टेयर अधिक है। कुल फसल क्षेत्र और फसलों की स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है। टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) फसलों की बुवाई प्रगति पर है और इस वर्ष इन फसलों की बुवाई पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हो रही है।

मंडी कीमतों में उतार-चढ़ाव: मंडी कीमतों के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, गेहूं (0.46%), सरसों (0.14%) और सोयाबीन (0.25%) की कीमतों में वृद्धि हुई है, जबकि अरहर (1.22%), चावल (1.20%), चना (0.67%), आलू (6.34%) और टमाटर (6.79%) की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।

एमएसपी से अधिक कीमत: वर्तमान में गेहूं, चावल, चना, सरसों और तिल मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अधिक दरों पर बिक रहे हैं। 

रबी फसल की प्रगति पर निगरानी: केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे कृषि योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें और राज्यों के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर किसानों की समस्याओं का समाधान करें। इसके साथ ही, रबी सीजन की फसल प्रगति और मंडी कीमतों की सतत निगरानी पर जोर दिया गया।

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