रबी फसलों के लिए नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का उपयोग
By khetivyapar
पोस्टेड: 08 Jan, 2025 12:00 AM IST Updated Wed, 08 Jan 2025 11:24 AM IST
नैनो यूरिया का पहला छिड़काव:
रबी फसलों जैसे गेहूं, चना, मसूर, सरसों आदि के लिए, जब फसल की अवस्था 35 से 40 दिन की हो, तब नैनो यूरिया का पहला छिड़काव करें। 4 मिली नैनो यूरिया और 4 मिली नैनो डीएपी (तरल) को प्रति लीटर पानी में मिलाकर घोल तैयार करें। इस घोल को प्रति एकड़ में स्प्रे करें।
नैनो यूरिया का दूसरा छिड़काव 55 से 60 दिन की अवस्था में करें। 4 मिली नैनो यूरिया को प्रति लीटर पानी में मिलाएं। स्प्रेयर के लिए फ्लैट फैन या कट नोजल का उपयोग करें।
महत्वपूर्ण निर्देश:
- नैनो यूरिया का छिड़काव सुबह या शाम के समय करें।
- नैनो यूरिया और नैनो डीएपी को किसी खरपतवारनाशी या कीटनाशक के साथ न मिलाएं।
- नैनो यूरिया 100 प्रतिशत घुलनशील होता है, इसे अन्य घुलनशील उर्वरकों के साथ मिलाया जा सकता है।
स्प्रेयर का उपयोग:
- 15 लीटर के हैंड या बैटरी स्प्रेयर में 60 मिली नैनो यूरिया और डीएपी मिलाएं।
- 25 लीटर के स्प्रेयर में 100 मिली नैनो यूरिया प्रति हैक्टेयर उपयोग करें।
- 500 लीटर ट्रैक्टर स्प्रेयर के लिए 2000 मिली प्रति टंकी उपयोग करें।
- ड्रोन छिड़काव के लिए 10 लीटर टैंक में 500 मिली नैनो यूरिया मिलाएं।
खरपतवार नियंत्रण:
- संकरी पत्ती के खरपतवार: सल्फोसल्फ्यूरॉन 75% डब्ल्यूजी (33 ग्राम/हेक्टेयर) या क्लोडिनोफॉप 15% डब्ल्यूपी (400 ग्राम/हेक्टेयर) का उपयोग करें।
- चौड़ी पत्ती के खरपतवार: 2,4-डी सोडियम साल्ट 38% ईसी (1.40 लीटर/हेक्टेयर) या मेटसल्फ्यूरॉन मिथाइल 20% डब्ल्यूपी (20 ग्राम/हेक्टेयर) का छिड़काव करें।
- जड़ माहू नियंत्रण: गेहूं की फसल में जड़ माहू कीट नियंत्रण के लिए क्लोरपाइरीफॉस 20 ईसी (1.5 लीटर/हेक्टेयर) को 500-600 लीटर पानी में घोलकर छिड़कें।
- इल्ली नियंत्रण: छोटी और हरी इल्ली के नियंत्रण के लिए क्लोरपाइरीफॉस 50 ईसी (1.5 लीटर/हेक्टेयर) या प्रोफेनोफॉस साइपरमेथ्रिन 44 ईसी (1.25 लीटर/हेक्टेयर) का उपयोग करें।