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E Khasra Mobile App in Hindi: UP के किसानों के लिए काम की एप लॉन्च, इस तरह होगी मददगार

E Khasra Mobile App in Hindi: UP के किसानों के लिए काम की एप लॉन्च, इस तरह होगी मददगार
E Khasra Mobile App in Hindi: UP के किसानों के लिए काम की एप लॉन्च, इस तरह होगी मददगार

उत्तर प्रदेश के किसानों की उन्नति के लिए राज्य सरकार दिनों दिन कदम उठा रही है। किसानों को सब्सिडी देने के साथ ही अन्य तरह की तमाम मदद की जा रही है।  इसी क्रम में गुरुवार को लखनऊ में ई-खसरा पड़ताल और परिवर्धित मोबाइल ऐप लॉन्च की गई। इन मोबाइल एप के माध्यम से किसानों को कई तरह के लाभ होंगे। इन एप को उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लॉन्च किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से किसानों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है और उनके लिए विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है।  कृषि मंत्री ने इस दौरान कहा कि कृषि क्षेत्र में इस समय तकनीक का अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके तहत सभी फसलों का डिजिटल सर्वे कराया जा रहा है। 

उत्तर प्रदेश ने किया बेहतर प्रदर्शन: 

कृषि मंत्री के मुताबिक एग्रीस्टैक योजना के तहत ई-खसरा पड़ताल (ई-केपी) केंद्र सरकार की एक परिवर्तनकारी परियोजना है। इसका मकसद भारत के कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का डिजिटल प्रारूप तैयार करना है। जानकारी दी गई है कि केंद्र सरकार ने खरीफ 2023 कार्यक्रम के तहत 10 राज्यों में एक पायलट चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसमें उत्तर प्रदेश ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। एग्रीस्टैक योजना के प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार को यह पूरी तकनीक सौंपने की तैयारी कर रही है। 

कराया गया डिजिटल क्राप सर्वे: कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि खरीफ 2023 में उत्तर प्रदेश के कुल गाटा संख्या 7.87 करोड़ के 20 प्रतिशत गाटा को सम्मिलित करते हुए पायलट योजना के रूप में 21 जनपदों में पूर्ण रूप से और 54 जनपदों के 10 ग्राम पचांयतों में डिजिटल क्राप सर्वे का कार्य सचांलित किया गया। योजना के अतंर्गत केंद्र सरकार की ओर से विकसित मोबाइल एप के माध्यम से प्रदेश के 21 जनपदों में शत-प्रतिशत और अन्य 54 जनपदों की 10-10 राजस्व ग्रामों में ई-खसरा पड़ताल सुनिश्चित किया गया है। खरीफ 2023 में कुल 1,15,89,645 गाटों का सर्वेक्षण किया गया। 21 जिलों में भदोही, सतंकबीर नगर, औरैया, महोबा, हमीरपुर, सुल्तानपुर, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, मिर्जापुर, मुरादाबाद, जालौन, चित्रकूट, फर्रुखाबाद, अयोध्या, चदौंली, झांसी, बस्ती, हरदोई, देवरिया और गोरखपुर शामिल हैं।

सभी जिलों में हो रहा है सर्वे: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि रबी 2023-24 में प्रदेश के समस्त जनपदों में शत प्रतिशत फसल सर्वेक्षण का कार्य मोबाइल एप के माध्यम से ई-खसरा पड़ताल किया जाना सुनिश्चित किया गया है। प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में कुल 110221 राजस्व ग्राम में 7 करोड़ 87 लाख 73 हज़ार 211 गाटे सम्मिलित हैं, जिनमें से 95270 राजस्व ग्रामों का नक्शा जिओ रेफरेंस हुआ है। इनमें कुल 6 करोड़ 69 लाख 37 हजार 766 गाटा जिओ रेफरेंस हैं, जिसमे ई-खसरा पड़ताल सपंन्न कराया जाना है। 

ई-खसरा मोबाइल ऐप: उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में आज से सर्वे की शुरुआत हो रही है। यह कार्य 15 फरवरी तक पूरा किया जाना है। इस कार्य में राजस्व विभाग के सभी लेखपाल कृषि विभाग के तकनीकी सहायक, बीटीएम, एटीएम और पचांयत सहायकों को सर्वेयर के रूप में तैनात किया गया है। उनसे इस काम के लिए सहयोग लिया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार इस ऐप के माध्यम से क्राप सर्वे का कार्य आसानी से हो सकेगा। फसलवार आच्छादन की सटीक जानकारी प्राप्त होगी। कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म स्तर पर, लक्षित क्षेत्र के लिए योजनाओं का नियोजन सभंव हो सकेगा।

  • मोबाइल ऐप के माध्यम से क्रॉप कटाई एक्सपेरिमेंट (सीसीई) का प्रभावी क्रियान्वयन भी संभव हो सकेगा। 
  • विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ बिना बार-बार सत्यापन के प्राप्त हो सकेगा।
  • कृषि पर आधारित उद्योग हेतु कृषि उत्पादों के बारे में समय से सटीक जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
  • इस एप के जरिए किसानों को संस्थागत विपणन से जोड़ने का अवसर मिलेगा।
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