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मध्य प्रदेश में मानसून का कहर जारी है। पिछले 24 घंटों में हुई अत्यधिक बारिश ने प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भिंड और टीकमगढ़ में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। हम जानेंगे कि इस बारिश का क्या प्रभाव पड़ा है और आगे क्या संभावनाएँ हैं।
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 9 जिलों में बाढ़ और 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल समेत कई स्थानों पर गुरुवार शाम से ही लगातार बारिश हो रही है। इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने अगले 3 घंटों में भोपाल, रायसेन, और सीहोर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
भारी बारिश के कारण: मध्य प्रदेश में मानसून की सक्रियता के कारण भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव क्षेत्र के कारण प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। इस बारिश ने कई जिलों में जनजीवन को प्रभावित किया है।
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प्रभावित क्षेत्र: भिंड, टीकमगढ़, सतना, रतलाम, खरगोन, नर्मदापुरम, खंडवा, मंडला, पचमढ़ी, धार, नौगांव, सिवनी, बैतूल, मलाजखंड, सीधी, रीवा, उमरिया, खजुराहो, दमोह, जबलपुर, छिंदवाड़ा, भोपाल, उज्जैन, और इंदौर में बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में पानी भर जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
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भोपाल में बारिश का असर: भोपाल में गुरुवार शाम से ही लगातार बारिश हो रही है। इस बारिश ने राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात बाधित हो गया है और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रायसेन और सीहोर में स्थिति: रायसेन और सीहोर में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। इन जिलों में भी सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात बाधित हो गया है और कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष: मध्य प्रदेश में मानसून का कहर जारी है और अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना है। भोपाल, रायसेन, और सीहोर में स्थिति गंभीर बनी हुई है। लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है। सरकार और प्रशासन भी राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।