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इस साल मध्यप्रदेश में मानसून के दौरान अच्छी बारिश हुई है, राज्य में अब तक सामान्य से 12% अधिक, यानी 1061.72 मिमी बारिश हो चुकी है। 25 से अधिक जिलों में 5% से 100% तक ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक राज्य में तेज बारिश की संभावना से इनकार किया है। 20, 21 और 22 सितंबर को प्रदेश में आसमान साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी।
मौसम विभाग के अनुसार, आज बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बैतूल, पांढुर्णा, बुरहानपुर, खरगोन, मऊगंज, सीधी, शहडोल और उमरिया जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना है। वहीं, भोपाल, इंदौर में आज का मौसम, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर समेत प्रदेश के बाकी जिलों में धूप खिली रहेगी।
23 सितंबर को मौसम विभाग ने जबलपुर, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, डिंडौरी और उमरिया जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही, ग्वालियर, भिंड, अशोकनगर, गुना, निवाड़ी, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, नीमच, मंदसौर और आगर-मालवा जिलों में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन समेत अन्य जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडेय के अनुसार, लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ के कमजोर पड़ने के कारण अगले तीन दिनों तक मध्यप्रदेश में तेज बारिश नहीं होगी। 23 सितंबर से एक नया सिस्टम बनने के बाद प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में फिर से बारिश शुरू हो जाएगी।
इन जिलों में हुई सबसे ज्यादा बारिश: मध्यप्रदेश के मंडला जिले में सबसे अधिक 1453 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके बाद सिवनी में 1375.918 मिमी, श्योपुर में 1320.038 मिमी, निवाड़ी में 1289.304 मिमी, सागर में 1279.652 मिमी, सीधी में 1268.984 मिमी, राजगढ़ में 1236.726 मिमी, डिंडौरी में 1229.614 मिमी, रायसेन में 1216.914 मिमी और छिंदवाड़ा में 1213 मिमी बारिश हो चुकी है। भोपाल में 1282 मिमी, जबलपुर में 1117 मिमी और ग्वालियर में 1136.396 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मध्यप्रदेश में इस साल मानसून जोरदार रहा है और आने वाले हफ्तों में और भी बारिश की उम्मीद है। हालांकि, अगले कुछ दिनों तक राज्य के लोग साफ मौसम का आनंद ले सकेंगे, फिर बारिश का दौर लौटेगा।