पशु शेड की छत मजबूत हो और पानी का रिसाव न हो और हरा चारा खिलाने से पहले काटकर धूप में सुखाना चाहिए।
बारिश की शुरुआत, बीच में और आखिर में पशुओं को पेट के कीड़ों की दवाई देनी चाहिए।
पशु शेड के पास सभी झाड़ियों और पौधों को काटकर साफ कर देना चाहिए।
घावों या कटी हुई चोटों को लोशन से धोने के साथ ही उन पर मलहम लगाना चाहिए।
पशु फार्म को बैक्टीरिया रहित बनाने के लिए कीटाणुनाशक दवाईयों का इस्तेमाल करना चाहिए।
बरसात के मौसम में पशुओं का टीकाकरण कराया जाना चाहिए।
पशुओं के पीने के लिए साफ, पीने योग्य और ताजा पानी होना चाहिए।
पशुओं को अधिक दूध देने वाले हरे चारे के साथ सूखा चारा भी दिया जाना चाहिए।
पशुओं को खेत में जमा लाल पानी या कीचड़ वाला पानी नहीं पीने देना चाहिए।
प्रदूषित पानी पीने से पशुओं को सर्दी, दस्त, ब्लैक क्वार्टर समेत कई बीमारी हो सकती हैं।