बुवाई का समय- चने की बुवाई अक्टूबर तीसरे हफ्ते व नवंबर के दूसरे हफ्ते तक बुवाई करें।
बीज उपचार- चने की खेती से पहले बीजों को कवकनाशी (जैसे बीटावैक्स 20 ग्राम/किलोग्राम या थीरम या कैप्टॉन 2-5 ग्राम/किग्रा) से बीज की दर से उपचारित करें।
तापमान- 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में चने के पौधे अच्छे से विकास करते हैं।
बीज दर - छोटे दाने वाली किस्मों के लिए 75-60 किग्रा/हेक्टेयर, बड़े दाने वाली किस्मों के लिए 90-100 किग्रा/हेक्टेयर बीज का उपयोग करें।
चने की खेती में कतार से कतार की दूरी 30 से.मी. रखें।
चने की खेती में पहली सिंचाई के 50 दिनों के बाद दूसरी सिंचाई करें और तीसरी सिंचाई 90 दिनों में करें।
उर्वरक प्रबंधन- नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश और गंधक का 20:45:20:20 किग्रा अनुपात में उर्वरक का उपयोग करें।
खरपतवार और कीट प्रबंधन- बुवाई के 20-30 दिन बाद पहली निराई-गुड़ाई करें। दीमक से बचाव के लिए क्लोरोपाइरीफॉस घोल (25 किग्रा/हेक्टेयर) का उपयोग करें।