इस समय अगेती फूलगोभी, टमाटर, हरी मिर्च और बैंगन की पौधशाला बनाने के लिए उपयुक्त है।
किसानों को कीट अवरोधी नाईलोन की जाली का प्रयोग करें जिससे रोग फैलाने वाले कीटों से फसल को बचा सकें।
पौधशाला को तेज धूप से बचाने के लिए 40 प्रतिशत छायादार नेट द्वारा 6.5 फीट की ऊँचाई पर ढकें।
बीजों को थीरम 2-2.5 ग्राम प्रति किलोग्राम की दर से उपचार के बाद पौधशाला में बुवाई करें।
ऐसे किसान जिन्होंने खेतों में भिंडी लगा रखी है वे किसान भिंडी की फसल में तुड़ाई के बाद यूरिया 5-10 किलो प्रति एकड़ की दर से डाले तथा उसके बाद सिंचाई करें।
तापमान अधिक होने पर किसान सब्जियों की तुड़ाई सुबह या शाम को करें तथा इसके बाद इसे छायादार स्थान में रखें।