मिट्टी की तैयारी: लहसुन की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। बुवाई से पहले खेत की 2-3 बार जुताई करें ताकि मिट्टी अच्छी तरह से भुरभुरी हो जाए।
बीज का चयन: अच्छी गुणवत्ता वाले लहसुन की कलियों का चयन करें। लगभग 8-10 ग्राम वजन की कलियां बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त होती हैं।
बुवाई का समय: लहसुन की बुवाई अक्टूबर-नवंबर माह में करना सबसे उपयुक्त होता है।
बीज की दूरी: लहसुन की कलियों को 12-14 सेमी की दूरी पर लगाएं और पंक्तियों के बीच 16-18 सेमी की दूरी रखें।
सिंचाई: लहसुन की फसल को नियमित पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन जलभराव से बचना चाहिए। बुवाई के बाद पहले 30 दिनों तक सिंचाई का विशेष ध्यान रखें।
उर्वरक प्रबंधन: जैविक खाद का उपयोग करें, जैसे गोबर की खाद। इसके साथ ही, नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का संतुलित मात्रा में प्रयोग करें।
कीट और रोग नियंत्रण: लहसुन की फसल में सफेद मक्खी व सडन का खतरा रहता है। जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें और फसल की नियमित जांच करें।