प्राकृतिक फफूंदनाशक: पौधों पर फफूंद (फंगस) संक्रमण जैसे कि पाउडरी मिल्ड्यू से बचने के लिए बेकिंग सोडा को पानी और तरल साबुन के साथ मिलाकर स्प्रे करें।
घासफूस नाशक: अनचाही घास या खरपतवार पर सीधे बेकिंग सोडा छिड़कें। इससे खरपतवार खत्म होंगे, लेकिन आसपास के पौधों को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
कीट निवारक: बेकिंग सोडा और आटे का मिश्रण तैयार करें और इसे पत्तागोभी कीटों और एफिड्स जैसे कीटों को रोकने के लिए पौधों पर छिड़कें।
मिट्टी सुधारक: बेकिंग सोडा का उपयोग अत्यधिक अम्लीय मिट्टी को संतुलित करने के लिए किया जा सकता है।
टमाटर की मिठास बढ़ाएं: टमाटर के पौधों के चारों ओर बेकिंग सोडा छिड़कें। यह मिट्टी की अम्लता को कम करता है, जिससे टमाटर का स्वाद अधिक मीठा हो जाता है।
कंपोस्ट में सुधार: कंपोस्टिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए बेकिंग सोडा का उपयोग करें। यह वातावरण को अधिक क्षारीय बनाता है, जिससे सड़ने की प्रक्रिया तेज होती है।
गंधनाशक: कंपोस्ट बिन जैसी जगहों में गंध को खत्म करने के लिए बेकिंग सोडा छिड़कें।
उपकरणों की सफाई: बागवानी उपकरणों को साफ करने के लिए बेकिंग सोडा के पेस्ट से रगड़ें। इससे जंग और गंदगी दूर होती है।
बीज अंकुरण: बीजों को बोने से पहले बेकिंग सोडा के घोल में भिगोने से अंकुरण में मदद मिलती है।
चींटी निवारक: चींटियों को दूर करने के लिए पौधों या चींटी के रास्तों के आसपास बेकिंग सोडा की परत बनाएं।