बरसात के मौसम में केले की फसल में अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी के साथ सही स्थान का चयन करें।
रोपण के लिए ऊंची क्यारियां बनायें।
मानसून के दौरान पानी के बहाव को रोकने के लिए उथले गढ्ढे या खांचे खोदे जाने चाहिए।
मानसून के दौरान भारी बारिश से पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को बनाए रखने के लिए मृदा प्रबंधन करना चाहिए।
केले के पौधों के आधार के चारों ओर जैविक मल्च लगाना चाहिए, जिससे से मिट्टी की नमी बरकरार रहे और मिट्टी के कटाव को कम किया जा सके है।
बारिश के मौसम में पोषक तत्वों की बड़ी खुराक के बजाय, विभाजित खुराक में उर्वरकों का उपयोग किया जाना चाहिए।
केले के पौधो में ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग पोषक तत्वों के बहाव के जोखिम को कम करती है।