उत्तर प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूं के भाव किसानों और व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय हैं। आज हम आपको बताएंगे कि बबराला, छर्रा, जहनाबाद, मेहरौनी, पीलीभीत, और सिकरपुर जैसी मंडियों में गेहूं की कीमतों का क्या हाल है। इस लेख में आपको न्यूनतम, अधिकतम, और मोडल (मध्य) मूल्य सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
बबराला मंडी में आज 20 टन दारा गेहूं की आवक हुई। यहां गेहूं का न्यूनतम मूल्य ₹2,730 प्रति क्विंटल, अधिकतम मूल्य ₹2,750 प्रति क्विंटल और मोडल मूल्य ₹2,740 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। यह मंडी औसत दामों के साथ स्थिर बनी रही, जिससे किसानों और व्यापारियों को संतोषजनक लाभ मिला।
ये भी पढें... मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में प्याज का मंडी भाव आज का
छर्रा मंडी में आज 13.5 टन दारा गेहूं की आवक हुई। यहां गेहूं का न्यूनतम मूल्य ₹2,600 प्रति क्विंटल और अधिकतम ₹2,700 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। मोडल मूल्य ₹2,650 प्रति क्विंटल रहा।
जहनाबाद में गेहूं का मंडी भाव: जहनाबाद मंडी में आज गेहूं की आवक बहुत कम रही, मात्र 2.6 टन। यहां गेहूं का न्यूनतम मूल्य ₹2,301 प्रति क्विंटल, अधिकतम ₹2,303 प्रति क्विंटल और मोडल मूल्य ₹2,302 प्रति क्विंटल रहा। कम आवक के कारण यहां के दाम भी कम रहे।
मेहरौनी में गेहूं का मंडी भाव: मेहरौनी मंडी में आज 34.5 टन 147 एवरेज गेहूं की आवक हुई। यहां गेहूं का न्यूनतम मूल्य ₹2,375 प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य ₹2,500 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। मोडल मूल्य ₹2,500 प्रति क्विंटल रहा। यह मंडी स्थिरता और बेहतर दामों के लिए जानी गई, जो किसानों के लिए लाभकारी साबित हुआ।
पीलीभीत में गेहूं का मंडी भाव: पीलीभीत मंडी में आज 40 टन दारा गेहूं की आवक दर्ज की गई। यहां गेहूं का न्यूनतम मूल्य ₹2,715 प्रति क्विंटल और अधिकतम ₹2,795 प्रति क्विंटल रहा। मोडल मूल्य ₹2,755 प्रति क्विंटल था। यह मंडी अधिक दामों और अच्छी आवक के कारण किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुई।
सिकरपुर में गेहूं का मंडी भाव: सिकरपुर मंडी में सबसे अधिक 63.8 टन दारा गेहूं की आवक दर्ज की गई। यहां गेहूं का न्यूनतम मूल्य ₹2,400 प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य ₹2,461 प्रति क्विंटल रहा। मोडल मूल्य ₹2,430 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूं के दामों में विविधता देखने को मिली। कुछ मंडियों में दाम उच्च थे, जबकि कुछ में आवक कम होने के कारण दाम अपेक्षाकृत कम रहे। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की स्थिति को समझकर और मांग वाली मंडियों पर ध्यान देकर अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त करें। सही समय और सही स्थान का चयन करना लाभदायक साबित हो सकता है।
ये भी पढें... राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लहसुन का मंडी भाव आज का