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इस बार भाई दूज का पर्व दीवाली के तीसरे दिन मनाया जायेगा। यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को संजोये रखता है और बहन व भाई के प्रति अटूट प्रेम एवं स्नेह का प्रतीक होता है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दौरान यह पर्व मनाया जाता है। भाई दूज को यम द्वितीयम के नाम से भी जाना जाता है। बहनें अपने भाई को अकाल मृत्यु के भय से बचाने के लिये यम देवता की पूजा की जाती है।
भाई दूज का पर्व 02 नवंबर रात 8 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ हो 03 नवंबर 2024 को रात 10 बजकर 05 मिनट तक रहेगी। ऐसे में 03 नवंबर 2024 दिन रविवार को भाई दूज मनाया जायेगा।
03 नवंबर 2024 दिन रविवार को सुबह 11 बजकर 40 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा। इसके बाद शोभन योग लग जायेगा। भाई दूज के दिन का सबसे अच्छा मूहूर्त 11 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। भाई दूज का अपराहृ समय दोपहर 01 बजकर 10 मिनट से दोपहर 03 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।
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हिंदू धर्म में भाई के पर्व का एक विशेष महत्व है। यह पर्व भाई-बहन के प्रति मान सम्मान, स्नेह और अटूट प्रेम का प्रतीक होता है। शस्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास की शुक्ल तिथि पर यम अपनी बहन के घर गये थे, वहां बहन ने उनका प्रेम भाव से आदर सत्कार किया, जिससे यमराज प्रसन्न हो बहन को वरदान दिया कि, जो भाई-बहन इस दिन यमुना में स्नान करके यम पूजा करेंगे, वह मृत्यु के बाद यमलोक नहीं जाएगा। मान्यता है कि इस दिन प्रातःकाल चन्द्र-दर्शन व यमुना-स्नान करना चाहिए। स्नान करके मध्याहृकाल में बहन के घर जाकर वस्त्र देकर बहन का सम्मान करना चाहिए और वहीं भोजन करना चाहिए।