मूली एक ऐसी सब्जी है जो हर घर में सलाद, पराठे, अचार और कई पकवानों का स्वाद बढ़ा देती है। एंटीआक्सीडेंट्स से भरपुर मूली के सेवन से शरीर के सेल्स नुकसान से बचे रहते है। बाजार की सब्जियों में ताजगी और शुद्धता को लेकर अक्सर संशय रहता है। सब्जियों में केमिकल या प्रिजर्वेटिव्स के इस्तेमाल की संभावना हो सकती है। ऐसे में अपने किचन गार्डन में उगाई गई ताजी और जैविक मूली न केवल अधिक स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहतर विकल्प है। मूली उगाना आसान और किफायती है। तो क्यों न इसे घर पर उगाकर अपने परिवार को ताजा और पौष्टिक भोजन परोसा जाए? आइए जानते हैं मूली उगाने के टिप्स, औसत बाजार भाव और इसके फायदे।
सर्दियों में ताजी मूली बाजार में औसतन ₹20 से ₹40 प्रति किलो तक बिकती है। हालांकि, यह भाव स्थान और क्वालिटी के आधार पर बदल सकता है। किचन गार्डन में मूली उगाने से न केवल आपकी जेब पर भार कम होगा बल्कि आपको शुद्ध और ताजी सब्जी का स्वाद भी चख़ने मिलेगा।
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मूली उगाने के लिए उपजाऊ और हल्की मिट्टी सबसे जरूरी है। बीज बोने के लिए पहले मिट्टी को अच्छी तरह से तैयार करें और उसमें गोबर की खाद या जैविक खाद मिलाएं। मूली के बीज 1 से 1.5 इंच गहरे बोएं और बीजों के बीच 3-4 इंच का अंतर रखें। मिट्टी को नियमित रूप से हल्का गीला रखें, लेकिन पानी रुकने न दें। मूली को धूप में रखें और ध्यान दें कि पौधों को जरूरत के अनुसार नमी मिलती रहे। 25 से 30 दिनों में मूली खाने के लिए तैयार हो जाती है।
जरूरी टिप: गमले या किचन गार्डन में उगाने के लिए छोटी और पतली मूली की किस्में बेहतर रहती हैं।
मूली उगाने के लिए सही मिट्टी कैसे तैयार करें: मूली उगाने के लिए हल्की दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। मिट्टी में पानी रुकने से बचाने के लिए गमले के नीचे छेद होना चाहिए। मिट्टी में जैविक खाद या वर्मी कंपोस्ट मिलाने से इसकी उर्वरता बढ़ती है। ध्यान रखें कि मिट्टी का पीएच स्तर 6-7 के बीच हो।
नोट - वर्मी कम्पोस्ट जैविक खाद है जो केंचुओं की मदद से तैयार की जाती है। यह किचन वेस्ट, सूखे पत्ते और गोबर जैसे प्राकृतिक सामग्री को विघटित करके बनाई जाती है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। वर्मी कम्पोस्ट मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ाती है। इसे तैयार करना आसान, सस्ता और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।
सेहत के लिए मूली के फायदे: मूली में फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह पाचन को सुधारती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देती है। मूली का सेवन शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी सहायक है। मूली के पत्ते आयरन और कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत हैं, जो हड्डियों और बालों के लिए फायदेमंद हैं।
तो इस सर्दी अपने किचन गार्डन में मूली उगाएं और ताजी, सेहतमंद मूली का आनंद लें।
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