इस वर्ष 2024 के खरीफ फसलों की बुवाई में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक अंतिम अगस्त तक लगभग 1087.33 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुवाई हो चुकी है। दलहन और तिलहन फसलों सहित गन्ने का क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले 20.44 लाख हेक्टेयर बढ़ोतरी हुई है। जिसमें सबसे अधिक इजाफा धान की खेती में देखी गई। वहीं कपास के रकबे में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
सभी राज्यों में धान की बुवाई कंप्लीट हो चुकी है। देश में 408.72 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई और रोपाई की जा चुकी है। दलहन फसलों में सबसे अधिक रकबा अरहर का है। अरहर की बुवाई 45.78 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले वर्ष से 5.04 लाख हेक्टेयर अधिक है। मूंग की बुवाई 34.76 लाख हेक्टेयर में की जा चुकी है।
मोटे अनाजों की बुवाई में काफी तेजी से इजाफा देखा गया है। मोटे अनाजों की खेती में 187.74 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 6.68 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। ज्वार की बुवाई 15.16 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले वर्ष से 1.10 लाख हेक्टेयर अधिक है। बाजरा की बुवाई में पिछले साल के मुकाबले करीब 1.26 लाख हेक्टेयर की कमी दर्ज की गई है।
खरीफ सीजन में पैदा होने वाली तिलहन फसलों का रकबा 190.63 लाख हेक्टेयर हो चुका है जो पिछले के मुकाबले 1.80 लाख हेक्टेयर अधिक है। मूंगफली का सबसे ज्यादा इजाफा 4.09 लाख हेक्टेयर का हुआ है। सोयाबीन का क्षेत्र 125.11 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 1.25 लाख हेक्टेयर से अधिक है।